इंदौर। मध्यप्रदेश के स्कूलों में लॉकडाउन के कारण अटकी हायर सेकेंडरी की परीक्षा में भी जनरल प्रमोशन देने की मांग उठ रही है. कांग्रेस ने हाई स्कूल की तरह ही हायर सेकेंडरी के बाकी बचे पेपरों के स्थान पर सभी छात्रों को जनरल प्रमोशन की मांग दोहराई है. शिवराज सरकार द्वारा इस मांग के नहीं माने जाने की स्थिति में कांग्रेस ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाने का फैसला किया है.
शिवराज सरकार ने एक बार फिर 9 जून से 16 जून के बीच हायर सेकेंडरी की शेष बची परीक्षाएं लेने संबंधी टाइम टेबल जारी किया है. वहीं 8 से 16 जून के बीच प्रायोगिक परीक्षाएं संपन्न की जाएंगी. इधर टाइम टेबल जारी होते ही बारहवीं कक्षा के कई छात्रों ने शेष बची परीक्षाएं देने के स्थान पर जनरल प्रमोशन की मांग की है. छात्रों की मांग के अनुसार कांग्रेस का आरोप है कि शिवराज सरकार दसवीं कक्षा की तरह ही 12वीं कक्षा के लिए भी जनरल प्रमोशन के आदेश जारी करें. क्योंकि 12वीं की शेष बची परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों पर एक जगह एकत्र होने से छात्रों के बीच कोरोना का संक्रमण फैलने की आशंका रहेगी.
कांग्रेस नेता राकेश सिंह यादव ने बताया कि परीक्षा देने की स्थिति में छात्रों के संक्रमित होने पर एक करोड़ रुपए राहत राशि स्वीकृत करने की मांग की है. वहीं इस पूरे मामले में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य के मद्देनजर इंदौर हाई कोर्ट में जनरल प्रमोशन की मांग को लेकर एक जनहित याचिका दायर की है.
दरअसल मध्यप्रदेश में लॉकडाउन के कारण हायर सेकेंडरी की परीक्षाएं बीच में ही रोक देनी पड़ी थी उस दौरान दसवीं के जहां दो पेपर रह गए थे वहीं 12वीं के चार से पांच विषयों की परीक्षाएं नहीं हो पाई थी. हालांकि बाद में मुख्यमंत्री ने दसवीं के परीक्षार्थियों को प्रमोट करने के लिए जनरल प्रमोशन की घोषणा कर दी थी.