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कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी, प्रशासन को मिली जमीन की रजिस्ट्री

इंदौर में कंप्यूटर बाबा के ठिकानों पर कार्रवाई में प्रशासन को लगभग 8 एकड़ जमीन की ओरिजिनल रजिस्ट्री मिली है. वहीं प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए इस मंदिर का संचालन और रखरखाव अंबिकापुरी रहवासी संघ को सौंप दिया है.

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Published : Nov 9, 2020, 3:56 PM IST

Updated : Nov 9, 2020, 7:11 PM IST

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कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी

इंदौर। इंदौर में कंप्यूटर बाबा के ठिकानों पर दूसरे दिन भी कार्रवाई लगातार जारी रही. कंप्यूटर बाबा के द्वारा सुपर कॉरिडोर पर किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन की कार्रवाई के बाद प्रशासन ने अंबिकापुर स्थित मंदिर पर किए गए कब्जे को हटाया. यहां पर प्रशासन ने मंदिर के रख रखाव की जिम्मेदारी अंबिकापुरी रहवासी संघ को दी है. साथ ही कंप्यूटर बाबा के इस ठिकाने से प्रशासन ने अजनोद में बाबा के द्वारा खरीदी गई जमीन का खुलासा भी किया है.

कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी

एरोड्रम रोड पर विद्या धाम के पीछे अंबिकापुर एक्सटेंशन कॉलोनी में कंप्यूटर बाबा के एक अन्य ठिकाने पर प्रशासन ने कार्रवाई की. एरोड्रम पर अंबिकापुरी एक्सटेंशन में मौजूद भवन से प्रशासन को 8 एकड़ जमीन की ओरिजिनल रजिस्ट्री मिली है. बताया जा रहा है कि यह जमीन कंप्यूटर बाबा ने 11 साल पहले अपने नाम से खरीदी थी. इस जमीन के तत्कालीन गाइडलाइन के हिसाब से कीमत 10 लाख दर्शाई गई है. जबकि वर्तमान में इसकी कीमत चार से पांच करोड़ रुपए की है. इस रजिस्ट्री की जांच भी कलेक्टर के द्वारा करवाई जा रही है कि जमीन बाबा ने कैसे खरीदी और वर्तमान में जमीन का क्या इस्तेमाल हो रहा है.

मंदिर के पुजारी की हुई थी संदिग्ध मौत

इंदौर में विद्या धाम के बीच अंबिकापुर एक्सटेंशन में जिस मां कालका मंदिर पर कंप्यूटर बाबा का कब्जा था उसके पुजारी स्वामी वेद प्रकाश आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. हत्या के बाद बाबा पर कई आरोप लगाए गए थे और एक ट्रस्टी ने यहां मंदिर का रखरखाव कंप्यूटर बाबा को सौंप दिया था. अब प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि पुजारी की मौत के बाद कंप्यूटर बाबा को इस मंदिर पर कैसे कब्जा मिल गया. कंप्यूटर बाबा की अन्य संपत्तियों की जांच भी प्रशासन के द्वारा की जा रही है. विद्या धाम से एक पासबुक भी प्रशासन को मिली है, जो की यूनियन बैंक की बताई जा रही है और कलेक्टर ने यूनियन बैंक और प्रशासनिक टीम को उस खाते की जांच के लिए आदेश दिए हैं.

दिगंबर जैन समाज ने की सांसद से मुलाकात

कंप्यूटर बाबा का आश्रम धराशयी करने के साथ ही गौशाला निर्माण के लिए कई समाज जन आगे आने लगे हैं. कंप्यूटर बाबा का आश्रम धराशाई करने के बाद अब गौशाला के लिए प्रशासन के द्वारा उसे किसी और को आवंटित कर दिए जाने की बात कही जा रही है. जिसे लेकर गोमटगिरी पर मौजूद दिगंबर जैन समाज के ट्रस्टीयों ने इंदौर के सांसद से मुलाकात की. समाज के लोगों का कहना है कि गोमटगिरी पर पहले से ही दिगंबर जैन समाज का मंदिर है और यही पर समाज का स्कूल भी संचालित होता है. प्रशासन ने अवैध आश्रम को हटाने के साथ ही यहां नई गौशाला बनाने का फैसला लिया है. लिहाजा प्रशासन गौशाला निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी जैन समाज को दे दे. इधर सांसद ने समाज के लोगों से मिलने के बाद आश्वासन दिया है वे इस बारे में बात करेंगे. शंकर लालवानी ने कंप्यूटर बाबा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बाबा धर्म की आड़ में राजनीति कर रहे हैं और उन्हें विशेष तौर पर किसी दल में शामिल हो जाना चाहिए. सांसद के मुताबिक जो भी कार्रवाई की गई है वह प्रशासन ने नियमानुसार की है.

इंदौर। इंदौर में कंप्यूटर बाबा के ठिकानों पर दूसरे दिन भी कार्रवाई लगातार जारी रही. कंप्यूटर बाबा के द्वारा सुपर कॉरिडोर पर किए गए अतिक्रमण पर प्रशासन की कार्रवाई के बाद प्रशासन ने अंबिकापुर स्थित मंदिर पर किए गए कब्जे को हटाया. यहां पर प्रशासन ने मंदिर के रख रखाव की जिम्मेदारी अंबिकापुरी रहवासी संघ को दी है. साथ ही कंप्यूटर बाबा के इस ठिकाने से प्रशासन ने अजनोद में बाबा के द्वारा खरीदी गई जमीन का खुलासा भी किया है.

कंप्यूटर बाबा के आश्रम पर दूसरे दिन भी कार्रवाई जारी

एरोड्रम रोड पर विद्या धाम के पीछे अंबिकापुर एक्सटेंशन कॉलोनी में कंप्यूटर बाबा के एक अन्य ठिकाने पर प्रशासन ने कार्रवाई की. एरोड्रम पर अंबिकापुरी एक्सटेंशन में मौजूद भवन से प्रशासन को 8 एकड़ जमीन की ओरिजिनल रजिस्ट्री मिली है. बताया जा रहा है कि यह जमीन कंप्यूटर बाबा ने 11 साल पहले अपने नाम से खरीदी थी. इस जमीन के तत्कालीन गाइडलाइन के हिसाब से कीमत 10 लाख दर्शाई गई है. जबकि वर्तमान में इसकी कीमत चार से पांच करोड़ रुपए की है. इस रजिस्ट्री की जांच भी कलेक्टर के द्वारा करवाई जा रही है कि जमीन बाबा ने कैसे खरीदी और वर्तमान में जमीन का क्या इस्तेमाल हो रहा है.

मंदिर के पुजारी की हुई थी संदिग्ध मौत

इंदौर में विद्या धाम के बीच अंबिकापुर एक्सटेंशन में जिस मां कालका मंदिर पर कंप्यूटर बाबा का कब्जा था उसके पुजारी स्वामी वेद प्रकाश आनंद की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. हत्या के बाद बाबा पर कई आरोप लगाए गए थे और एक ट्रस्टी ने यहां मंदिर का रखरखाव कंप्यूटर बाबा को सौंप दिया था. अब प्रशासन इस बात की भी जांच कर रहा है कि पुजारी की मौत के बाद कंप्यूटर बाबा को इस मंदिर पर कैसे कब्जा मिल गया. कंप्यूटर बाबा की अन्य संपत्तियों की जांच भी प्रशासन के द्वारा की जा रही है. विद्या धाम से एक पासबुक भी प्रशासन को मिली है, जो की यूनियन बैंक की बताई जा रही है और कलेक्टर ने यूनियन बैंक और प्रशासनिक टीम को उस खाते की जांच के लिए आदेश दिए हैं.

दिगंबर जैन समाज ने की सांसद से मुलाकात

कंप्यूटर बाबा का आश्रम धराशयी करने के साथ ही गौशाला निर्माण के लिए कई समाज जन आगे आने लगे हैं. कंप्यूटर बाबा का आश्रम धराशाई करने के बाद अब गौशाला के लिए प्रशासन के द्वारा उसे किसी और को आवंटित कर दिए जाने की बात कही जा रही है. जिसे लेकर गोमटगिरी पर मौजूद दिगंबर जैन समाज के ट्रस्टीयों ने इंदौर के सांसद से मुलाकात की. समाज के लोगों का कहना है कि गोमटगिरी पर पहले से ही दिगंबर जैन समाज का मंदिर है और यही पर समाज का स्कूल भी संचालित होता है. प्रशासन ने अवैध आश्रम को हटाने के साथ ही यहां नई गौशाला बनाने का फैसला लिया है. लिहाजा प्रशासन गौशाला निर्माण और संचालन की जिम्मेदारी जैन समाज को दे दे. इधर सांसद ने समाज के लोगों से मिलने के बाद आश्वासन दिया है वे इस बारे में बात करेंगे. शंकर लालवानी ने कंप्यूटर बाबा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बाबा धर्म की आड़ में राजनीति कर रहे हैं और उन्हें विशेष तौर पर किसी दल में शामिल हो जाना चाहिए. सांसद के मुताबिक जो भी कार्रवाई की गई है वह प्रशासन ने नियमानुसार की है.

Last Updated : Nov 9, 2020, 7:11 PM IST
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