इंदौर। शहर में बाल भिक्षावृत्ति और बाल श्रम के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. एक ऐसा ही मामला राजेंद्र नगर थाना क्षेत्र के चोइथराम सब्जी मंडी से सामने आया है, जहां कलेक्टर के आदेश पर बाल विकास अधिकारी, श्रम विभाग अधिकारी और राजेंद्र नगर पुलिस के साथ चाइल्ड लाइन के अधिकारियों ने दबिश देकर 7 बच्चों को रेस्क्यू किया है. इन बच्चों में से एक बाल श्रमिक है और 6 बाल भिक्षावृत्ति से जुड़े हुए थे.
बता दें कि चाइल्डलाइन की टीम इन सभी बच्चों को चोइथराम मंडी से राजेंद्रनगर थाने लेकर पहुंची हैं. शुक्रवार को होने वाली बाल कल्याण समिति की मीटिंग में इन बच्चों को पेश किया जाएगा. मीटिंग में तय किया जाएगा कि बच्चों को बाल आश्रम भेजना है या उनके परिजनों के पास.
वहीं इस पूरे मामले में जब चाइल्ड लाइन के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि बाल श्रमिक करवाना कानूनी अपराध है. इसकी सूचना बाल श्रम अधिकारियों को दी जाएगी और बाल श्रम करवाने वाले संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई भी कि जाएगी.