इंदौर। तुकोगंज थाना पुलिस ने गुटखा कारोबारी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. वहीं इस पूरे मामले में तुकोगंज पुलिस काफी बारिकी से जांच पड़ताल कर रही है. पिछले दिनों डीजीजीआई ने गुटखा कारोबारी के वहां पर कार्रवाई की थी और बड़ी मात्रा में एक टैक्स चोरी मिली थी. उसके बाद से ही एक के बाद एक कई तरह के मामले गुटखा कारोबारी के सामने आ रहे है.
लाखों रुपए टैक्स चोरी के मामले में गुटखा कारोबारी के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में प्रकरण पंजीकृत कराया गया है. प्रकरण डीजीजीआई द्वारा दर्ज कराया गया है. डीजीजीआई का आरोप है कि गुटका कारोबारी के द्वारा लाखों रुपए की टैक्स चोरी की गई थी, इस पूरे मामले में गुटका कारोबारी व उसका भतीजा के खिलाफ तुकोगंज थाने में धोखाधड़ी व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया गया है.
ऑपरेशन कर्क के तहत हुई थी एक्शन
पुलिस के अनुसार डायरेक्टर जनरल आफ जीएसटी इंटेलिजेंस की ओर से अंकुर बारिया की शिकायत पर गुटका कारोबारी वह उसके एक रिश्तेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है और दोनों पर आरोप है कि एक न्यूज पेपर की आड़ में दोनों ने अप्रैल 2016 से मार्च 2020 के बीच में करोड़ों रुपए की जीएसटी की चोरी की है और ऑपरेशन कर्क के तहत उसकी फैक्ट्री और दफ्तर पर छापा मारा था. जांच में करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी के बारे में पता चला था.
500 करोड़ की टेक्स चोरी आई थी सामने
बता दे कि जब डीजीजीआई ने गुटका कारोबारी को गिरफ्तार किया था, वह जांच पड़ताल की थी तो 500 करोड़ के लगभग टैक्स चोरी का मामला सामने आया था. वहीं कार्रवाई को देखते हुए गुटका कारोबारी इंदौर से मुंबई भाग गया था और वहां से उसे मुंबई के एक होटल से गिरफ्तार कर डीजीजीआई ने कोर्ट के समक्ष पेश किया था और उसके बाद उस पूरे मामले में लगातार सुनवाई हुई और सुनवाई होने के बाद उसे जमानत मिली फिलहाल जमानत मिलने के बाद जिस तरह से एक बार फिर डायरेक्टर जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस ने उसके खिलाफ शिकायत की. तुकोगंज पुलिस ने उस पर मामले में उसके खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है. तो निश्चित तौर पर उसकी मुश्किलें बढ़ सकती है.
गुटखा कारोबारी संचालित करता है अखबार
वहीं जिस गुटखा कारोबारी के खिलाफ तुकोगंज पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है. वह गुटखा कारोबारी के साथ ही दबंग दुनिया नामक एक अखबार भी संचालित करता है और यह भी आरोप है कि कोरोना के दौरान न्यूज पेपर के नाम से बड़ी संख्या में विभिन्न तरह के गुटके से संबंधित सामग्री को एक स्थान से दूसरे स्थान बिना अनुमति पहुंचाई और उसी में बड़ी संख्या में टैक्स चोरी भी की.