इंदौर। देवास में जिला योजना समिति की बैठक के दौरान बीजेपी सांसद महेंद्र सोलंकी और मंत्री जीतू पटवारी की बहस के बीच हुई बहस के बाद बीजेपी लगातार निशाना साधा रही है. शहर में माफिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान आयोजित धरना प्रदर्शन में बीजेपी नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा ने कहां की देवास सांसद महेंद्र सोलंकी यदि जज होते तो जीतू पटवारी उनकी कोर्ट में चप्पल उतार कर खड़े रहना पड़ता.
गोपीकृष्ण नेमा ने कहा कि जीतू इस बात को समझो, बाप-बाप होता है, बेटा-बेटा होता है और पोता-पोता होता है. तुम एक विधानसभा से जीतकर मंत्री बने हो. उनके पास तुम्हारे जैसे 8 हैं. महेंद्र सोलंकी 8 विधायकों के सांसद हैं. अपनी हैसियत पहचानो, अपने आप को पहचानो और भारतीय जनता पार्टी की ताकत को पहचानो. सांसद सोलंकी कोई बीजेपी के कार्यकर्ता नहीं, जज थे. उनका कहना है कि जिला योजना समिति की बैठक में सांसद को कानून सिखा कर बैठने का स्थान बता रहे हो, अगर सोलंकी अपनी जज की कुर्सी पर बैठे होते तो आपको अपनी चप्पल उतारकर उनके कमरे में खड़े होना पड़ता.
गोपीकृष्ण नेमा का कहना है कि मंत्री पद और विधायक की कुछ समय की है कुछ भी स्थाई नहीं है. सब समय की बात है सूरज अभी तुम्हारे ऊपर चमक रहा है, लेकिन बीजेपी के छोटे-छोटे कार्यकर्ता सूरज से टकराने को तैयार खड़े हैं.
बता दें कि 21 जनवरी को देवास में जिला योजना समिति की बैठक के दौरान जीतू पटवारी और देवास शाजापुर सांसद महेंद्र सोलंकी के बीच में बैठक के स्थान को लेकर विवाद हो गया था. अपनी कुर्सी पर कलेक्ट्रेट को बैठा देख सांसद भड़क गए थे इसके बाद मंत्री और सांसद की बहस हो गई.