इंदौर। आदिवासी नेता टंट्या मामा की 178 जयंती के अवसर पर शहर के दशहरा मैदान में जनजाति सम्मेलन आयोजित किया गया. जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार, वन मंत्री उमंग सिंघार और कांतिलाल भूरिया सहित कई लोग शामिल हुए. इस दौरान मुख्यमंत्री ने आदिवासियों से अपनी और भारत की संस्कृति बचाने के लिए कहा.
उन्होंने कहा कि आज भारत के संविधान और संस्कृति पर हमला किया जा रहा है. ऐसे समय में हमें भारत और आदिवासी संस्कृति की रक्षा करने का संकल्प लेना चाहिए. वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आदिवासियों को विशेष प्राथमिकता देगी. इसके साथ आदिवासी क्षेत्र को आदर्श क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा.
इस कार्यक्रम में प्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र और गुजरात के भी कई आदिवासी भारी संख्या में शामिल हुए. इस दौरान आदिवासी समुदाय के साहित्य से जुड़ी किताब और पुस्तिकाओं का विमोचन भी किया गया. वही मध्य प्रदेश महाराष्ट्र में हर साल टंट्या मामा की जयंती मनाने की बात कही गई.