इंदौर। इंदौर पुलिस ने पिछले दिनों राउ थाना क्षेत्र में संचालित फर्जी एडवाइजरी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई कर एक के बाद एक कई आरोपियों को गिरफ्तार किया था. उनसे लाखों रुपए के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद किए थे. अब पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है. उसके पास से नगद 11 लाख रुपये और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ ही ब्रांडेड घड़ी और अन्य सामान बरामद किया गया है.
लैपटॉप में अहम डाटा मौजूद : बता दें कि राउ पुलिस पूरे मामले में लगातार जांच करने में जुटी हुई है. इसी कड़ी में मुख्य सरगना पवन तिवारी की तलाश करते हुए सोमवार को गिरफ्तार कर लिया. पवन तिवारी उर्फ कमल तिवारी रीवा का रहने वाला है. उसे पुलिस ने रिमांड पर लिया है. रिमांड के दौरान उससे लगातार पूछताछ की जा रही है. उसके वसुंधरा स्थित फ्लैट पर जब पुलिस द्वारा छापेमार कार्रवाई की गई तो 11 लाख रुपए बरामद हुए. इसी के साथ एक लैपटॉप और सोने-चांदी के जेवरात के साथ ही महंगी और ब्रांडेड कंपनियों की कई घड़िया भी पुलिस ने बरामद की हैं. लैपटॉप में में विभिन्न तरह का डाटा पुलिस को मिला है.
लगातार मिल रही हैं आरोपियों की शिकायतें : पवन के पास से जप्त लैपटॉप की जांच में कई पीड़ितों के मोबाइल नंबर मिले हैं. इसी के साथ इस पूरे मामले में असरफ नामक एक पीड़ित जोकि बेंगलुरु में रहता है, उसने साइबर क्राइम ब्रांच को भी पूरे मामले में शिकायत की है. अशरफ ने पुलिस को बताया कि उसने तीस लाख का इन्वेस्टमेंट संबंधित आरोपियों की कंपनी में किया था. लेकिन उसके बाद उन्होंने अभी तक इस तरह की कोई जानकारी नहीं दी. इसी तरह से आरोपियों ने भारतीय सेना के आर्टिलरी रेजिमेंट में कैप्टन के पद पर पदस्थ एक व्यक्ति को भी निशाना बनाते हुए उनसे भी तकरीबन 6 लाख की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
सेना के जवानों को भी ठगा : आरोपियों ने गोवा में पदस्थ भारतीय सेना के टिंकू नामक व्यक्ति को भी निशाना बनाते हुए एक लाख की धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है. वहीं बेंगलुरु में रहने वाली एक अन्य पीड़िता वीणा गोविंदप्पा के साथ भी आरोपियों ने एडवाइजरी कंपनी में निवेश के नाम पर 6 लाख की धोखाधड़ी की है. बता दें कि पकड़े गए आरोपियों ने तकरीबन 24 लाख नगद और एक करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की गई है. आरोपियों के 24 खातों को भी फ्रीज कराया गया है.
मुख्य आरोपी अभी भी फरार : बता दें कि इस पूरे ही मामले में मुख्य आरोपी पूजा थापा अभी भी फरार चल रही है. पूजा थापा और पकड़े गए आरोपी लॉकडाउन के पहले एक ही कंपनी में साथ में काम करते थे. उसके बाद वह कंपनी बंद हो गई तो पूजा थापा व अन्य लोगों ने राउ थाना क्षेत्र में फर्जी एडवाइजर कंपनी की शुरुआत की और देखते ही देखते आरोपियों द्वार से 400 से अधिक लोगों को विभिन्न कंपनियों में इन्वेस्टमेंट के नाम पर ठगा. पूजा थापा की तलाश में पुलिस गोवा सहित अन्य जगहों पर छापे मार करवाई कर रही है. (Another arrest in the case of cheating) (cheating more than 400 people)