इंदौर। क्राइम ब्रांच ने महु के गवली पलासिया में जासूसी के शक में 2 युवतियों (हिना और यासीन) को हिरासत में लिया है. मामले में पुलिस और ATS समेत अन्य जांच एजेंसियां दोनों से पूछताछ कर रही हैं और दोनों का फेसबुक डेटा रिकवर किया जा रहा है. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि यह मामला इंटरनल सिक्योरिटी से जुड़ा हुआ है, दोनों युवतियों के बैंक रिकॉर्ड और ट्रांजेक्शन भी एजेंसियां खंगाल रही हैं.
- क्या है हिना-यासीन का पाकिस्तान कनेक्शन
इंदौर पुलिस को इंटेलिजेंस से दोनों युवतियों के बारे में जासूसी की सूचना मिली थी और यह दोनों युवतियां सगी बहनें हैं. जानकारी के मुताबिक, दोनों बहनों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म (facebook) के जरिए पाकिस्तान के कुछ युवकों से संपर्क किया था और युवतियों को महू में आर्मी की इमारतों और ट्रेनिंग सेंटर के आसपास फोटोग्राफी करते देखा गया था. जिसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की है. जांच एजेंसियों को दोनों के पास से मोबाइल फोन समेत कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स बरामद हुए हैं. जासूसी के इस मामले पर इंदौर आईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने कहा कि युवतियों से पूछताछ की जा रही है, पूछताछ के बाद ही खुलासा होगा इनका पाकिस्तान से कनेक्शन है या नहीं. उन्होंने कहा कि फिलहाल इनके बैंक अकाउंट और वॉलेट की जांच शुरू कर दी गई है.
- जासूसी मामले में एक और युवक 'रियाज' हिरासत में
जांच एजेंसियों के प्राथमिक कार्रवाई के बाद पता लगा है कि दोनों युवतियों ने अपने मोबाइल और लैपटॉप का डेटा भी डिलीट किया था. जिसको इंदौर क्राइम ब्रांच रिकवर करने में जुटा हुआ है. वहीं, पुलिस ने इस मामले में पूछताछ के लिए एक युवक रियाज को भी हिरासत में लिया है. जानकारी के मुताबिक, दोनों युवतियां रियाज से ही बात करती थी. पुलिस ने युवतियों और युवक का मोबाइल जब्त कर उसे जांच के लिए भोपाल स्थित लेब भेजा है.
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- एक प्रतिबंधित संगठन जुड़े सदस्य से बात करती थी हिना
जासूसी के इस मामले में खबर यह भी है कि हिना, रियाज के अलावा एक अन्य युवक से भी फेसबुक के जरिए बात करती थी और वह युवक प्रतिबंधित संगठन से जुड़ा हुआ है. पुलिस इससे संबंधित जानकारी खंगाल रही है. हिना के बारे जानकारी है कि वह मिलिट्री साइंस की छात्रा रह चुकी है. हिना, यासमीन और रिया से इंदौर क्राइम ब्रांच ने शनिवार सुबह 6 बजे तक पूछताछ की है.
- जासूसी के मामले में पहले भी पकड़ी गई हैं कई महिलाएं
देश में इससे पहले भी कई महिलाएं पाकिस्तान के लिए जासूसी करती पकड़ी जा चुकी हैं. साल 2010 में भारत की डिप्लोमैट माधुरी गुप्ता पर पाकिस्तान में नियुक्ति के दौरान ISI को भारत की खुफिया जानकारी देने का आरोप लगा था. इसके बाद उन्हें दिल्ली की स्पेशल सेल के उन्हें गिरफ्तार किया था. इसके बाद तत्काल उन्हें निलंबित कर दिया गया था. माधुरी की गिरफ्तारी के 10 साल बाद इस मामले में दिल्ली की एक अदालत ने फैसला सुनाते हुए उन्हें दोषी करार दिया था.