होशंगाबाद। जिले में पिछले साल हुए आग के तांडव को ध्यान में रखते हुए इस बार प्रशासन कोई भी चूक करने को तैयार नहीं है. जिसके अंतर्गत नरवाई जलाने को लेकर सिवनी-मालवा जनपद पंचायत सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसमें जिला प्रशासन ने नरवाई न जलाने के निर्देश दिए. इस दौरान हार्वेस्टर संचालक, किसान संगठनों और किसान समेत प्रशासनिक अमला मौजूद रहा.
हर स्तर पर चलाए जा रहे हैं जागरूकता अभियान
कार्यशाला में जिला कृषि अधिकारी जितेन्द्र सिंह ने किसानों को विस्तार से इससे होने वाली हानि के बारे में बताया. जिला कृषि अधिकारी ने कहा की जिला प्रशासन और कलेक्टर के निर्देशानुसार नरवाई न जलाने के लिए जागरूकता अभियान जिला स्तर, तहसील स्तर और ग्राम स्तर पर चलाया जा रहा है. जिसमें कृषि से जुड़े सभी लोगों को जागरूक किया जा रहा है. उन्हें बताया जा रहा है कि वो नरवाई में आग ना लगाएं. आग लगाने से जान-माल की तो हानि होती ही है साथ ही साथ जमीं की उर्वरकता भी खत्म होती है.
जनपद CEO ने भी दिए निर्देश
SDM रविशंकर राय ने बताया की इस साल स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं कि सभी हार्वेस्टर संचालकों को फसल काटने के लिए पंजीयन कराना अनिवार्य होगा. अगर कोई संचालक बिना पंजीयन के फसल काटता है, तो उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. साथ ही जनपद CEO ने सभी पंचायतों को निर्देशित किया है की पंचायत में फायर फाइटर और पानी के टैंकर दुरुस्त रखें. जिससे किसी भी बड़ी आगजनी की घटना से बचा जा सके.
बैठक में दिलाई गई शपथ
जनप्रतिनिधियों ने भी बैठक को संबोधित करते हुए कहा की सभी कहते है की नरवाई नहीं जलाना चाहिए तो फिर आखिर कौन नरवाई जलाता है. वो और कोई नहीं आप और हम ही हैं, जो चंद पैसे के लालच के चक्कर में खेत को आग के हवाले कर देते हैं. जिससे हर साल कई लोगों के घर आग की भेंट चढ़ जाते हैं. पिछले साल हुए आग के तांडव से सबक लेते हुए इस साल सभी ये कोशिश करेंगें कि इस तरह की कोई भी घटना न हो. बैठक के बाद SDM रविशंकर राय ने बैठक में आए सभी लोगों को शपथ दिलाई गई की न हम नरवाई जलाएंगे न ही किसी को जलाने देंगे.