होशंगाबाद(Hoshangabad)।कहते है बेटी दो कुलों का नाम रोशन करती है. शासन स्तर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा दिया जाता है, बावजूद इसके आज भी बेटियां बोझ मानी जाती है, इसका जीता जागता उदाहरण है जिले के इटारसी से सामने आया है जहां बेटी पैदा होने पर सास और पति ने पत्नी को घर से निकाल दिया. महिला के साथ मारपीट भी की गई. यहां तक ससुराल वालों ने दुधमुही बच्ची को भी नहीं छोडा.नौ दिन की मासूम बच्ची को नाक में चोंट आई है. मंगलवार शाम को पुलिस ने समझाइश देकर बहू को उनके साथ रवाना तो कर दिया लेकिन घर पहुंचने के बाद सास और पति ने महिला के साथ मारपीट की. तब दूसरे दिन वह दोबारा सिटी थाने पहुंची. पति और सास ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जान से मारने की धमकी दी.
बेटी पैदा होने पर सास और पति ने की महिला के साथ मारपीट
पुरानी इटारसी के वर्मा परिवार ने पहले अपने बेटे की शादी पीड़ित महिला से कराई. इसके एक साल बाद जब 19 जुलाई को शासकीय अस्पताल में महिला ने बच्ची को जन्म दिया. लड़की पैदा होने से नाखुश सास अनुराधा और पति ने महिला के साथ मारपीट की. हद तो तब हो गई जब उन्होंने दुधमुही बच्ची को भी नहीं छोडा. नौ दिन की इस बच्ची के साथ मारपीट की गई. जिससे बच्ची की नाक पर चोट आई है.
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आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को दी जान से मारने की धमकी
पीड़ित महिला ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को घटना की जानकारी दी. सिटी थाने में शिकायत दर्ज करने के बाद पुलिस ने महिला के पति, सास को समझाइश देकर घर भेज दिया, लेकिन घर पहुंचने के बाद फिर उन्होंने महिला के साथ मारपीट की और उसे घर से निकाल दिया.