होशंगाबाद। जिले की पहली दृष्टिबाधित जूडो खिलाड़ी सरिता चौरे इंग्लैंड की सरजमीं पर कॉमनवेल्थ जूडो चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर स्वदेश लौटी है. जूडो खिलाड़ी सरिता चौरे का पांजरा कला गांव पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया.
सरिता ने कॉमनवेल्थ जूडो चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतकर होशंगाबाद जिले का नाम रोशन किया है. जूडो खिलाड़ी सरिता चौरे ने जीत का श्रेय अपने माता-पिता,सोहागपुर की दलित संघ सहित समाज के लोगों को दिया है.
इंग्लैंड की सरजमीं पर होने वाले कॉमनवेल्थ जूडो चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए दृष्टिबाधित जूडो खिलाड़ी सरिता चौरे ने कांस्य पदक जीता है. खास बात तो यह है कि सरिता के पिता मजदूरी करते हैं. घर की हालात भी अच्छे नहीं है. विपरित हालातों के बीच सरिता इंग्लैंड में जूडो चैंपियनशिप में दमखम दिखा कर देश का नाम रौशन किया है.