नर्मदापुरम। हर वर्ग का व्यक्ति अपनी जमा पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए बैंक को सबसे सेफ मानते हैं, लेकिन बैंक से ही पैसे गायब होने लगे तो क्या होगा. कुछ ऐसा ही मामला नर्मदापुरम जिले की सिवनी मालवा तहसील में सामने आया है. जहां जिला सहकारी बैंक की शिवपुर ब्रांच में जहां बैंक वालों ने एक ही किसान परिवार के अलग अलग खाते में जमा करीब 40 लाख 46 हजार 230 रूपये निकाल लिए, जिसकी शिकायत परिवार ने शिवपुर थाने सहित नर्मदापुरम कलेक्टर से भी की है.
ये है मामलाः मिली जानकारी के अनुसार जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शाखा शिवपुर ब्रांच में राजकुंवर बाई, उनके पुत्र प्रकाश राजपूत और कमलेश राजपूत का खाता है. सभी सदस्यों के अलग-अलग खाते में यह धनराशि जमा थी. बचत खाते में जमा राशि को निकालने के लिए परिवार का एक सदस्य बैंक पहुंचा तो पहले कैशियर ने सर्वर डाउन होने का बहाना बना दिया. बाद में जोर देने पर उसने खाता चेक करके बताया कि खाते में राशि नहीं है. फिर उन्होंने दूसरे खाते का विड्राल फार्म भरा तो कैशियर ने कहा कि इस खाते में भी पैसे नहीं है. फिर तीसरे खाते की जांच की गई तो उसमें भी कोई राशि नहीं थी.
राजकुंवर बाई के खाते से की 18 खातों में राशि ट्रांसफरः बता दें कि राजकुंवर बाई के खाते से बैंक अधिकारियों ने करीब 18 खातों में राशि ट्रांसफर की है. जबकि राजकुंवर बाई न तो नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करती हैं और नहीं ही उनका खाता ऑनलाइन हैं. वह सिर्फ जमा और विड्राल के माध्यम से ही बैंक में लेनदेन करती हैं. इसी प्रकार उनके पुत्र कमलेश राजपूत के खाते से भी 13 अलग-अलग लोगों को पैसा ट्रांसफर किया गया है. इस मामले में जो आरोप लग रहे हैं उसके मुताबिक बैंक के कर्मचारियों की मिलीभगत का शक है. हालांकि जांच के बाद ही मामला साफ हो पाएगा.
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शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर जांच शुरूः इस मामले में थाना प्रभारी संजीव पवार ने कहा कि पीड़ितों ने थाने में शिकायत की है. इसकी शिकायत मिलने पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. वहीं, शाखा प्रबंधक सुरेन्द्र पटेल ने बताया कि पूर्व शाखा प्रबंधक के द्वारा रखे गए ऑपरेटर ने 15 खातों में पैसे ट्रांसफर किए है. उसकी भी जांच की जा रही है. जल्द ही ऑपरेटर के खिलाफ ऑफिशियल तरीके से जांच पूरी होने पर सही सही कुछ कहा जा सकेगा.