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नियमानुसार बने मकान एक हफ्ते में खाली करने का आदेश, दशकों से रह रहे परिवारों के सामने बारिश से पहले पहुंचा संकट - होशंगाबाद

प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. होशंगाबाद के महिमा नगर कॉलोनी को डूब क्षेत्र बताकर नगर पालिका ने 117 परिवारों को घर खाली करने का नोटिस भेजा है.

नगरपालिका ने मकान खाली करने के दिए नोटिस
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Published : Jul 3, 2019, 12:00 AM IST

होशंगाबाद। प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. महिमा नगर कॉलोनी को डूब क्षेत्र बताकर नगर पालिका ने 117 परिवारों को घर खाली करने का नोटिस भेजा है. लोगों का कहना है कि होशंगाबाद में 40% जगह डूब क्षेत्र है, जबकि सिर्फ महिमा नगर कॉलोनी को ही खाली करवाने की कार्रवाई कर रहा है. मानसून आये एक हफ्ता बीत चुका है, इसके बाद नगर पालिका इस तरह नोटिस जारी कर रहा है.

नगरपालिका ने मकान खाली करने के दिए नोटिस

⦁ एसपीएम के पास बनी कई साल पुरानी महिमा नगर कॉलोनी में 40 साल से हजारों लोग रहते हैं.
⦁ नगर पालिका ने मकान बनाने वाले 117 परिवारों को 7 दिन में विस्थापित होने का वक्त दिया है.
⦁ 2013 में नर्मदा के बाढ़ से कुछ क्षेत्रों में पानी भर गया था.
⦁ बीते 6 साल में अभी तक विस्थापन की कार्रवाई नहीं की गई थी.
⦁ महिमा नगर के रहवासी यहां की जमीन पर अपना मालिकाना हक जता रहे हैं.

महिमा नगर के रहवासियों का कहना है कि उन्होंने 1998 के पहले यहां प्लाट लिए थे. जिसका नियमानुसार डायवर्सन भी किया गया है और इन्हें नगर पालिका द्वारा घर बनाने की एनओसी भी दी गई है. कभी भी इसे अतिक्रमण नहीं बताया गया, लेकिन अब अचानक मकानों को डूब क्षेत्र में बता कर नोटिस देकर तोड़ने की धमकी दी जा रही है.

होशंगाबाद। प्रदेश में मानसून के दस्तक देते ही प्रशासन भी सक्रिय हो गया है. महिमा नगर कॉलोनी को डूब क्षेत्र बताकर नगर पालिका ने 117 परिवारों को घर खाली करने का नोटिस भेजा है. लोगों का कहना है कि होशंगाबाद में 40% जगह डूब क्षेत्र है, जबकि सिर्फ महिमा नगर कॉलोनी को ही खाली करवाने की कार्रवाई कर रहा है. मानसून आये एक हफ्ता बीत चुका है, इसके बाद नगर पालिका इस तरह नोटिस जारी कर रहा है.

नगरपालिका ने मकान खाली करने के दिए नोटिस

⦁ एसपीएम के पास बनी कई साल पुरानी महिमा नगर कॉलोनी में 40 साल से हजारों लोग रहते हैं.
⦁ नगर पालिका ने मकान बनाने वाले 117 परिवारों को 7 दिन में विस्थापित होने का वक्त दिया है.
⦁ 2013 में नर्मदा के बाढ़ से कुछ क्षेत्रों में पानी भर गया था.
⦁ बीते 6 साल में अभी तक विस्थापन की कार्रवाई नहीं की गई थी.
⦁ महिमा नगर के रहवासी यहां की जमीन पर अपना मालिकाना हक जता रहे हैं.

महिमा नगर के रहवासियों का कहना है कि उन्होंने 1998 के पहले यहां प्लाट लिए थे. जिसका नियमानुसार डायवर्सन भी किया गया है और इन्हें नगर पालिका द्वारा घर बनाने की एनओसी भी दी गई है. कभी भी इसे अतिक्रमण नहीं बताया गया, लेकिन अब अचानक मकानों को डूब क्षेत्र में बता कर नोटिस देकर तोड़ने की धमकी दी जा रही है.

Intro:होशंगाबाद । मानसून के आने के बाद प्रशासन की अब नींद खुलती दिख रही है प्रशासन ने कई सालों से रह गए 117 परिवार को नोटिस देकर घर खाली करने की नोटिस दिया है प्रशासन की नींद जब खुल रही है जब मानसून को आए एक हफ्ता से अधिक हो चुका है अधिक बारिश होने पर नर्मदा नदी का पानी बाढ़ के रूप मे कभी भी आ सकता है ।



Body:कई सालों से एसपीएम के समीप बनी महिमा नगर कॉलोनी मे हजारों लोग निवास करते हैं जो करीबन 40 वर्षों से यही पर रह रहे लेकिन अचानक नगर पालिका द्वारा मकान बनाने वाले 117 परिवारों को 7 दिन में अतिक्रमण हटाने के वक्त दिया है क्योंकि 2013 में नर्मदा जी की बाढ़ में कुछ क्षेत्र मे पानी भर गया था लेकिन 6 साल बाद अचानक प्रशासन इन को विस्थापित करने की या बाहर हटाने की चेतावनी क्यों जारी कर रहा है क्योंकि 6 साल में अभी तक विस्थापन करने की कभी कार्यवाही नहीं की गई लेकिन अचानक मानसून आने के बाद इन्हें हटाने की कार्रवाई की जा रही है
वही महिमा नगर के रहवासी यहा की जमीन पर अपना मालिकाना हक जता रहे हैं उनका कहना है कि उन्हें 1998 के पहले यहां प्लाट लिए थे इसकी रजिस्ट्र प्लाटों का नियम अनुसार डायवर्सन भी किया गया है और इन्हें नगर पालिका द्वारा घर बनाने की एनओसी भी दी गई है तो ऐसे में कभी भी अतिक्रमण नहीं बताया अब अचानक नोटिस देकर मकानों को डूब क्षेत्र में बता कर तोड़ने की धमकी दी जा रही है बारिश आते ही अब नियमों की नगर पालिका को याद आ रही है


Conclusion:इस कार्रवाई को प्रशासन की चूक के रूप में देखा जा रहा है क्योंकि नगर पालिका द्वारा ही इस कॉलोनी मे घर बनाने की इजाजत दी गई थी और जब यह क्षेत्र बाढ ड़ूबत क्षेत्र में आता है तो किस तरह यहां घर बनाने की नगर पालिका द्वारा परमिशन दी गई और अब बाढ़ आने के 6 साल बाद अब अचानक मानसून को देख घर तोड़ने की कार्यवाही का नोटिस क्यों दिया जा रहा है इस पर कई सवाल उठ रहे हैं ।

बाइट महिमा नगर रहवासी
बाइट - प्रभात कुमार सिंह सीएमओ (नगरपालिका ,होशंगाबाद )
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