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जादू दिखाकर हजारों लोगों का मनोरंजन करने वाला राहुल हुआ निराश, मजदूरी करने को मजबूर - Magic show

होशंगाबाद का रहने वाला राहुल पेशे से तो जादूगर है. जो अपने जादू से हजारों लोगों का मनोरंजन करता था, लेकिन कोरोना काल के चलते सर्कस और मैजिक शो बंद हैं. वहीं अब राहुल के सामने रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है, जिसे देखते हुए वो अब मजदूरी करने को मजबूर हैं.

magician wage due to Corona in hoshangabad
जादूगर बना मजदूर
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Published : Jul 6, 2020, 4:18 PM IST

Updated : Jul 6, 2020, 4:41 PM IST

होशंगाबाद। कहते हैं हर समय वक्त एक जैसा नहीं होता. कोरोना ने हर तबके के व्यक्ति को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाया है. जिसमें ज्यादातर लोगों की रोजी रोटी छिन गई है. ऐसा ही एक शख्स है जो अपनी हाथ की सफाई यानि जादू दिखाकर हजारों लोगों का मनोरंजन करता था, लेकिन कोरोना के चलते अब वो मजदूरी करने को मजबूर है.

जादूगर बना मजदूर

लॉकडाउन ने जादूगर को किया निराश

होशंगाबाद के रहने वाले राहुल जो पिछले 8 साल से अलग-अलग शहरों में सर्कस और मैजिक शो दिखाकर हजारों लोगों को खुश करते आ रहे थे, लेकिन इस लॉकडाउन ने जादूगर राहुल को ही निराश कर दिया है. लॉकडाउन लगने से सर्कस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसके बाद सर्कस छोड़कर राहुल अपने घर आने को मजबूर हो गया, लंबे समय से रोजगार नहीं मिलने के चलते घर चलाने के लिए अब जादूगर राहुल मजदूरी कर रहा है.

राहुल सर्कल से हर महीने 30 हजार रुपए तक कमाता था, लेकिन अब मजदूरी कर 15 हजार रुपए भी कमाना मुश्किल हो रहा है. लगातार आर्थिक स्थिति खराब होता देख राहुल ने फिलहाल मजदूरी करना ही उचित समझा. जिसके बाद अब राहुल मिस्त्री का काम कर रहा है.

मजदूर साथियों का करता है मनोरंजन

भले ही सर्कस में पैसा देकर जादू देखने आने वाले लोग नहीं हैं, लेकिन राहुल अब साथ में काम कर रहे मजदूरों को भी जादू दिखाकर उन्हें खुश कर रहा है. राहुल का कहना है कि जादूगरी मेरा पेशा है, भले ही अब सर्कस में जादू नहीं दिखा पा रहा, लेकिन साथियों को मनोरंजन करता रहूंगा.

योग्यता के आधार पर मिलेगा काम

जिला पंचायत अपर कलेक्टर ने बताया कि अगर राहुल मजदूरी करना चाहते हैं, तो वे सरकारी कार्यों के लिए अप्लाई कर सकते हैं. जिसके बाद उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर काम दिया जाएगा. वहीं लॉकडाउन के चलते जिनकी भी मजदूरी प्रभावित हुई है, वे सरकार की आत्मनिर्भर अंतर्गत गरीब कल्याण रोजगार के तहत पंजीयन करा सकते हैं. जिसके बाद उन्हें उनकी स्किल के अनुसार कार्य दिया जाएगा.

देश के अलग-अलग कोनों में दिखाता था जादू

जादूगर राहुल और उसकी टीम देश के अलग-अलग कोनों में जाकर जादू दिखाने का काम करते थे. राहुल का कहना है कि लगभग देश के हर राज्य में जाकर सर्कस के माध्यम से लोगों का मनोरंजन करते आ रहे हैं. पिछले 8 साल से लगातार सर्कस में काम कर रहे हैं, लेकिन आज पहली बार सर्कस को बंद करने की नौबत आ गई. जिसके चलते आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. राहुल को उम्मीद है कि जल्द ही इस विषम परिस्थिति से निकलकर फिर से जादू दिखा सकेंगे.

होशंगाबाद। कहते हैं हर समय वक्त एक जैसा नहीं होता. कोरोना ने हर तबके के व्यक्ति को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचाया है. जिसमें ज्यादातर लोगों की रोजी रोटी छिन गई है. ऐसा ही एक शख्स है जो अपनी हाथ की सफाई यानि जादू दिखाकर हजारों लोगों का मनोरंजन करता था, लेकिन कोरोना के चलते अब वो मजदूरी करने को मजबूर है.

जादूगर बना मजदूर

लॉकडाउन ने जादूगर को किया निराश

होशंगाबाद के रहने वाले राहुल जो पिछले 8 साल से अलग-अलग शहरों में सर्कस और मैजिक शो दिखाकर हजारों लोगों को खुश करते आ रहे थे, लेकिन इस लॉकडाउन ने जादूगर राहुल को ही निराश कर दिया है. लॉकडाउन लगने से सर्कस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, जिसके बाद सर्कस छोड़कर राहुल अपने घर आने को मजबूर हो गया, लंबे समय से रोजगार नहीं मिलने के चलते घर चलाने के लिए अब जादूगर राहुल मजदूरी कर रहा है.

राहुल सर्कल से हर महीने 30 हजार रुपए तक कमाता था, लेकिन अब मजदूरी कर 15 हजार रुपए भी कमाना मुश्किल हो रहा है. लगातार आर्थिक स्थिति खराब होता देख राहुल ने फिलहाल मजदूरी करना ही उचित समझा. जिसके बाद अब राहुल मिस्त्री का काम कर रहा है.

मजदूर साथियों का करता है मनोरंजन

भले ही सर्कस में पैसा देकर जादू देखने आने वाले लोग नहीं हैं, लेकिन राहुल अब साथ में काम कर रहे मजदूरों को भी जादू दिखाकर उन्हें खुश कर रहा है. राहुल का कहना है कि जादूगरी मेरा पेशा है, भले ही अब सर्कस में जादू नहीं दिखा पा रहा, लेकिन साथियों को मनोरंजन करता रहूंगा.

योग्यता के आधार पर मिलेगा काम

जिला पंचायत अपर कलेक्टर ने बताया कि अगर राहुल मजदूरी करना चाहते हैं, तो वे सरकारी कार्यों के लिए अप्लाई कर सकते हैं. जिसके बाद उन्हें उनकी योग्यता के आधार पर काम दिया जाएगा. वहीं लॉकडाउन के चलते जिनकी भी मजदूरी प्रभावित हुई है, वे सरकार की आत्मनिर्भर अंतर्गत गरीब कल्याण रोजगार के तहत पंजीयन करा सकते हैं. जिसके बाद उन्हें उनकी स्किल के अनुसार कार्य दिया जाएगा.

देश के अलग-अलग कोनों में दिखाता था जादू

जादूगर राहुल और उसकी टीम देश के अलग-अलग कोनों में जाकर जादू दिखाने का काम करते थे. राहुल का कहना है कि लगभग देश के हर राज्य में जाकर सर्कस के माध्यम से लोगों का मनोरंजन करते आ रहे हैं. पिछले 8 साल से लगातार सर्कस में काम कर रहे हैं, लेकिन आज पहली बार सर्कस को बंद करने की नौबत आ गई. जिसके चलते आर्थिक स्थिति खराब हो गई है. राहुल को उम्मीद है कि जल्द ही इस विषम परिस्थिति से निकलकर फिर से जादू दिखा सकेंगे.

Last Updated : Jul 6, 2020, 4:41 PM IST
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