होशंगाबाद। जिला एवं सत्र न्यायाधीश चंद्रशेखर कुमार की कोर्ट में चर्चित रमेश परिहार हत्याकांड में सजा सुनाते हुए आरोपी को उम्र कैद सजा सुनाई है. वहीं अन्य आरोपी जो मुख्य आरोपी का बेटा है, नाबालिग होने के चलते उसका मामला बाल न्यायालय में विचाराधीन है.
सरकारी वकील शैलेंद्र कुमार गौड़ के मुताबिक आरोपी मकरम की पत्नी संगीता ठाकुर के मृतक रमेश परिहार के घर पर खाना बनाने का काम करती थी. आरोपी मकरम को शक था कि पत्नी का रमेश से अवैध संबंध है. जिसके चलते पति-पत्नी में झगड़ा होता रहता था.
इसी बात से नाराज होकर आरोपी ने कलेक्टर बंगले के सामने कुल्हाड़ी से मारकर रमेश परिहार की हत्या कर दी. इस मामले में आरोपी को कोर्ट ने आसीवन कारावास की सजा सुनाते हुए 10 हजार का जुर्माना भी लगाया है.
इस मामले में आरोपी के बेटे ने भी हत्या में साथ दिया था, लेकिन नाबालिग होने के कारण उसका मामला बाल न्यायालय में प्रकरण विचाराधीन है. बता दे, घटना से जिले में काफी हंगामा हुआ था. आरोपी को सजा देने की मांग को लेकर आंदोलन भी किया गया था.