ETV Bharat / state

13 साल पहले किडनैपिंग कर हत्या करने वाले आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा

होशंगाबाद की इटारसी पुलिस ने 13 साल पहले किडनैपिंग के बाद हत्या करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

itarsi police arrested the accused who kidnapped and murdered 13 years ago
आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा
author img

By

Published : Dec 12, 2019, 12:03 AM IST

होशंगाबाद। इटारसी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 साल पहले किडनैपिंग के बाद हत्या करने वाले मुख्य मुख्य शूटर पुरुषोत्तम सहित एक अन्य को भिंड से गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि उक्त मामले में पहले भी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. जबकि तीसरा आरोपी 13 सालों से फरार था. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.

आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा

दरअसल 2006 में पुरानी इटारसी निवासी युवक कुलदीप महालहा की अपहरण के बद आरोपियों ने हत्या कर दी थी. मृतक युवक आरोपियों के साथ मिलकर व्यवसाय शुरू किया था, इसी दौरान किसी बात को लेकर आरोपियों से मृतक कुलदीप का विवाद हो गया था. जिसके चलते आरोपियों ने रंजिशन हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपियों पर पांच-पांच हजार का इनाम भी घोषित किया है.

बताया जाता है कि फरारी के दौरान आरोपी ने सरपंच का चुनाव लड़कर जीत भी लिया था. वहीं पुलिस लगातार आरोपी की खोज में जुटी हुई थी. हाल ही में पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि आरोपी भिंड में है, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

होशंगाबाद। इटारसी पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 13 साल पहले किडनैपिंग के बाद हत्या करने वाले मुख्य मुख्य शूटर पुरुषोत्तम सहित एक अन्य को भिंड से गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि उक्त मामले में पहले भी दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. जबकि तीसरा आरोपी 13 सालों से फरार था. पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.

आरोपियों को पुलिस ने धरदबोचा

दरअसल 2006 में पुरानी इटारसी निवासी युवक कुलदीप महालहा की अपहरण के बद आरोपियों ने हत्या कर दी थी. मृतक युवक आरोपियों के साथ मिलकर व्यवसाय शुरू किया था, इसी दौरान किसी बात को लेकर आरोपियों से मृतक कुलदीप का विवाद हो गया था. जिसके चलते आरोपियों ने रंजिशन हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि पुलिस ने आरोपियों पर पांच-पांच हजार का इनाम भी घोषित किया है.

बताया जाता है कि फरारी के दौरान आरोपी ने सरपंच का चुनाव लड़कर जीत भी लिया था. वहीं पुलिस लगातार आरोपी की खोज में जुटी हुई थी. हाल ही में पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि आरोपी भिंड में है, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.

Intro:होशंगाबाद इटारसी पुलिस ने 13 साल पहले किडनैपिंग के बाद हत्या करने वाले तीन आरोपियों को भिंड से प्रकरण में सफलता प्राप्त की है।Body:इटारसी कुलदीप महालहा हत्याकांड का एक आरोपी 13 वर्ष बाद पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। 13 वर्ष पूर्व पुरानी इटारसी का कुलदीप महालहा का अपहरण हो गया था जिसकी लाश सागर जिले में मिली थी। पुलिस के अनुसार आरोपियों के साथ कुछ लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद उसका अपहरण किया था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2009 में पुरानी इटारसी निवासी युवक कुलदीप महालहा का अपहरण हो गया था। कुलदीप की बाइक रेलवे स्टेशन के बाहर रखी मिली थी जबकि उसका कोई पता नहीं था। कुलदीप महालहा घर का इललौता बेटा था। उसके इस तरह से अचानक लापता हो जाने से पूरा परिवार परेशान था और शहर में यह चर्चा का विषय था।
Conclusion:
पुलिस ने 13 वर्ष बाद आरोपी राजू उर्फ राजकुमार पिता मुन्नालाल भारद्वाज 44 वर्ष को ग्राम टोला रावतपुरा, जिला भिंड से गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि फरारी के दौरान आरोपी ने सरपंच का चुनाव लड़कर जीत भी लिया था। यह सरपंची भी कर चुका था। पुलिस की टीम लगातार उसकी खोज में जुटी थी। विवेचना के दौरान दो आरोपी पूर्व में गिरफ्तार किये जा चुके थे। मुख्य शूटर पुरुषोत्तम को गिरफ्तार कर भिंड न्यायालय में पेश किया है, जहां से उसे जेल भेज दिया है। एक आरोपी राजू उर्फ राजकुमार को यहां लाकर न्यायालय में पेश किया है, जहां से उसे जेल भेज दिया है।
यह था मामला
सन् 2008 में शहर के कुलदीप महालहा का अपहरण हो गया था। टीआई के अनुसार कुलदीप की भिंड निवासी चार पांच युवकों से दोस्ती हुई थी। इन लोगों ने कुछ व्यवसाय भी शुरु किया था। लेकिन, इस दौरान विवाद होने पर इन युवकों ने कुलदीप का अपहरण करके फिरौती वसूलने की योजना बनायी और कुलदीप को इटारसी से चार पहिया वाहन में सागर-मालथौन के रास्ते भिंड ले जाने का प्लान था। चूंकि कुलदीप वाहन में भी इनके वश में नहीं आ रहा था अत: इन लोगों ने उसका वहीं कत्ल करके बांद्री थाना अंतर्गत लाश फैककर चले गये थे। सागर पुलिस ने मर्ग कायम कर मृतक की जेब में मिले आई कार्ड के जरिए पहचान की और धारा 302,201, 120 और अपहरण की धारा 364 ए लगाकर डायरी इटारसी भेजी थी। उस वक्त दो आरोपी गिरफ्तार कर लिये गये थे। शेष दिल्ली भाग गये थे। हाल ही में मुखबिर के माध्यम से सूचना मिली थी कि आरोपी ग्राम टोला में हैं। तसदीक की और फिर यहां से पुलिस टीम रवाना की गई। टीम ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
पांच-पांच हजार का था ईनाम
कुलदीप महालहा हत्याकांड के फरार आरोपियों पर पुलिस ने पांच-पांच हजार का ईनाम घोषित कर रखा था। पहले पुलिस ने कई बार दबिश भी दी। लेकिन, पता चला कि ये लोग दिल्ली तरफ कहीं चले गये थे। वर्तमान में टीआई राघवेन्द्र सिंह चौहान चूंकि उस क्षेत्र में रहे हैं, और अभी भी उस क्षेत्र में कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो इटारसी में पदस्थ रहे थे। पुलिस ने उनकी भी मदद ली। स्थानीय पुलिस ने इन आरोपियों की गिरफ्तारी में इटारसी पुलिस की खासी मदद की। वहां से इनके विषय में जानकारी मिलने पर यहां से टीम रवाना की गई थी। वर्तमान में टीआई श्री चौहान का मुखबिर तंत्र वहां भी मजबूत था। उन्होंने अपने वहां के अनुभवों का भी लाभ लिया और आखिरकार आरोपियों को बारह वर्ष बाद गिरफ्तार किया जा सका है।
बाईट
आर एस चौहान टीआई इटारसी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.