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गेहूं खरीदी में होशंगाबाद अव्वल, बेहतर रणनीति का हुआ फायदा

होशंगाबाद जिला पिछले साल की तरह इस साल भी गेहूं खरीदी में अव्वल रहा.

Hoshangabad topped in wheat procurement
गेहूं खरीदी में होशंगाबाद अव्वल
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Published : May 28, 2021, 10:30 PM IST

होशंगाबाद। जिले में कोरोना संक्रमण की चुनौतियों के बाद भी समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदी कार्य सफल तरीके से हुआ. जिले में कलेक्टर धनंजय सिंह के निर्देशन में जिले में खरीदी के लिए निर्धारित सभी केन्द्रों पर किसानों की सुविधाओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए. होशंगाबाद जिला पिछले साल की तरह इस साल भी गेहूं खरीदी में अव्वल रहा.

होशंगाबाद जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के संकट में किसानों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखते हुए व्यवस्थित खरीदी के लिए रणनीति बनाई गई थी. उसका मैदानी स्तर पर प्रभावी तरीके से इंप्लीमेंटेशन किया गया. सेंटर सिलेक्शन , ट्रांसपोर्टिंग एंड स्टोरेज प्लानिंग, जिला स्तरीय नोडल ऑफिसर की तैनाती , किसानों को समय पर भुगतान, माइक्रो मॉनिटरिंग सिस्टम आदि फैक्टर्स पर विशेष काम किया गया.

तेजी से परिवहन, तेजी से भुगतान

खरीदी केंद्रों से गेहूं के उठाव के लिए परिवहन कर्ताओं से समन्वय कर ज्यादा से ज्यादा परिवहन कार्य किए गए. कलेक्टर द्वारा लगातार मॉनिटरिंग कर तेजी से परिवहन किया गया. जिले में समर्थन मूल्य पर 852724 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी गई तथा 842618 मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन किया गया है, जो की कुल खरीदी मात्रा का 99 प्रतिशत है. साथ ही तेजी से भुगतान की कार्यवाही कर 72666 किसानों को 1566.95 करोड़ का भुगतान किया गया है, ताकि कोरोना महामारी के इस संकट किसान आर्थिक रूप से परेशान न हो।

खरीदी केंद्रो की व्यवस्थित मैपिंग

जिले में उपार्जन कार्य के पूर्व से ही सभी व्यवस्थाएं किए जाने के लिए कार्यवाही की गई. समस्त एसडीएम, तहसीलदार, एवं उपार्जन संबंधी अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में समितियों का मौका भ्रमण कर खरीदी कार्य के लिए उपयुक्त केंद्रों पर कार्यवाही की गई. किसानों की सुविधाओं हेतु 244 खरीदी केन्द्रों का निर्धारण किया गया. केंद्रों के चयन में उपज के तेजी से परिवहन एवं सुरक्षित भंडारण पर ध्यान दिया गया. इन केंद्रों पर बारदाना, तोलकांटा एवं अन्य लजिस्टिक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई और आवश्यक लॉजिस्टिक्स की आपूर्ति हेतु प्रत्येक स्तर पर सतत मॉनिटरिंग की गई.

गेहूं खरीदी की त्रि-स्तरीय मॉनिटरिंग व्यवस्था

कलेक्टर धनंजय सिंह द्वारा खरीदी केंद्रों पर व्यवस्था एवं किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए त्रि-स्तरीय मॉनिटरिंग व्यवस्था बनाई गई. जिसमें जिला,अनुविभाग एवं तहसील स्तर के प्रत्येक केंद्रों पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए , जिनके द्वारा ना केवल खरीदी कार्य की सघन मॉनिटरिंग बल्कि किसानों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा लगातार खरीदी कार्य की नियमित माइक्रो मॉनिटरिंग एवं मौका भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.

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कंट्रोल रूम बना मददगार

कंट्रोल रूम काफी मददगार साबित हुआ. खरीदी काल के दौरान कुल 759 शिकायतों का समाधान किया गया. इसके अलावा कंट्रोल रूम से खरीदी केंद्रों पर बारदाना सहित अन्य लॉजिस्टिक्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं समीक्षा हेतु कंट्रोल रूम में नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा प्रतिदिन सभी केंद्रों पर उपार्जन केंद्र प्रभारी से चर्चा कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई.

कोरोना संक्रमण के प्रति पूरी सतर्कता

केंद्रों पर लॉजिस्टिक्स, रिपोर्टिंग के अलावा कोरोना गाइडलाइन का प्रभावी ढंग से पालन किए जाने के लिए जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय नोडल अधिकारी बनाए गए हैं, जिनके द्वारा केंद्रों पर सघन निगरानी रखी गई. कोरोना संक्रमण के प्रति किसानों को जागरूक करने में कोरोना वॉलिंटियर्स द्वारा भी सक्रिय भूमिका निभाई गई. वॉलिंटियर्स द्वारा खरीदी केंद्रों पर आए किसानों को सही तरीके से मास्क पहनने, सुरक्षित दूरी का पालन करने और बार-बार अपने हाथों को साबुन से धोने की समझाइश दी गई, साथ ही किसानों को खरीदी कार्य में सहयोग भी दिया गया. केंद्रों पर संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाईजेशन के साथ साथ किसानों की टेंपरेचरगन से थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई.

होशंगाबाद। जिले में कोरोना संक्रमण की चुनौतियों के बाद भी समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं खरीदी कार्य सफल तरीके से हुआ. जिले में कलेक्टर धनंजय सिंह के निर्देशन में जिले में खरीदी के लिए निर्धारित सभी केन्द्रों पर किसानों की सुविधाओं के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए. होशंगाबाद जिला पिछले साल की तरह इस साल भी गेहूं खरीदी में अव्वल रहा.

होशंगाबाद जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के संकट में किसानों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखते हुए व्यवस्थित खरीदी के लिए रणनीति बनाई गई थी. उसका मैदानी स्तर पर प्रभावी तरीके से इंप्लीमेंटेशन किया गया. सेंटर सिलेक्शन , ट्रांसपोर्टिंग एंड स्टोरेज प्लानिंग, जिला स्तरीय नोडल ऑफिसर की तैनाती , किसानों को समय पर भुगतान, माइक्रो मॉनिटरिंग सिस्टम आदि फैक्टर्स पर विशेष काम किया गया.

तेजी से परिवहन, तेजी से भुगतान

खरीदी केंद्रों से गेहूं के उठाव के लिए परिवहन कर्ताओं से समन्वय कर ज्यादा से ज्यादा परिवहन कार्य किए गए. कलेक्टर द्वारा लगातार मॉनिटरिंग कर तेजी से परिवहन किया गया. जिले में समर्थन मूल्य पर 852724 मीट्रिक टन गेहूं खरीदी गई तथा 842618 मीट्रिक टन गेहूं का परिवहन किया गया है, जो की कुल खरीदी मात्रा का 99 प्रतिशत है. साथ ही तेजी से भुगतान की कार्यवाही कर 72666 किसानों को 1566.95 करोड़ का भुगतान किया गया है, ताकि कोरोना महामारी के इस संकट किसान आर्थिक रूप से परेशान न हो।

खरीदी केंद्रो की व्यवस्थित मैपिंग

जिले में उपार्जन कार्य के पूर्व से ही सभी व्यवस्थाएं किए जाने के लिए कार्यवाही की गई. समस्त एसडीएम, तहसीलदार, एवं उपार्जन संबंधी अधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रों में समितियों का मौका भ्रमण कर खरीदी कार्य के लिए उपयुक्त केंद्रों पर कार्यवाही की गई. किसानों की सुविधाओं हेतु 244 खरीदी केन्द्रों का निर्धारण किया गया. केंद्रों के चयन में उपज के तेजी से परिवहन एवं सुरक्षित भंडारण पर ध्यान दिया गया. इन केंद्रों पर बारदाना, तोलकांटा एवं अन्य लजिस्टिक्स की उपलब्धता सुनिश्चित की गई और आवश्यक लॉजिस्टिक्स की आपूर्ति हेतु प्रत्येक स्तर पर सतत मॉनिटरिंग की गई.

गेहूं खरीदी की त्रि-स्तरीय मॉनिटरिंग व्यवस्था

कलेक्टर धनंजय सिंह द्वारा खरीदी केंद्रों पर व्यवस्था एवं किसानों की समस्याओं के निराकरण के लिए त्रि-स्तरीय मॉनिटरिंग व्यवस्था बनाई गई. जिसमें जिला,अनुविभाग एवं तहसील स्तर के प्रत्येक केंद्रों पर नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए , जिनके द्वारा ना केवल खरीदी कार्य की सघन मॉनिटरिंग बल्कि किसानों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण किया जा रहा है। कलेक्टर द्वारा लगातार खरीदी कार्य की नियमित माइक्रो मॉनिटरिंग एवं मौका भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया.

पैसे लेकर वैक्सीनेशन के आरोप वाला वीडियो निकला झूठा, मांगनी पड़ी माफी

कंट्रोल रूम बना मददगार

कंट्रोल रूम काफी मददगार साबित हुआ. खरीदी काल के दौरान कुल 759 शिकायतों का समाधान किया गया. इसके अलावा कंट्रोल रूम से खरीदी केंद्रों पर बारदाना सहित अन्य लॉजिस्टिक्स की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने एवं समीक्षा हेतु कंट्रोल रूम में नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा प्रतिदिन सभी केंद्रों पर उपार्जन केंद्र प्रभारी से चर्चा कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई.

कोरोना संक्रमण के प्रति पूरी सतर्कता

केंद्रों पर लॉजिस्टिक्स, रिपोर्टिंग के अलावा कोरोना गाइडलाइन का प्रभावी ढंग से पालन किए जाने के लिए जिला स्तरीय एवं विकासखंड स्तरीय नोडल अधिकारी बनाए गए हैं, जिनके द्वारा केंद्रों पर सघन निगरानी रखी गई. कोरोना संक्रमण के प्रति किसानों को जागरूक करने में कोरोना वॉलिंटियर्स द्वारा भी सक्रिय भूमिका निभाई गई. वॉलिंटियर्स द्वारा खरीदी केंद्रों पर आए किसानों को सही तरीके से मास्क पहनने, सुरक्षित दूरी का पालन करने और बार-बार अपने हाथों को साबुन से धोने की समझाइश दी गई, साथ ही किसानों को खरीदी कार्य में सहयोग भी दिया गया. केंद्रों पर संक्रमण से बचाव के लिए सैनिटाईजेशन के साथ साथ किसानों की टेंपरेचरगन से थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई.

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