होशंगाबाद। पंचायतों में सूचना और संचार पौधे की प्रौद्योगिकी सहित संसाधनों, प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर उपयोग कर कामकाज में दक्षता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए मध्य प्रदेश को ई-पंचायत का पहला पुरस्कार मिला है. मध्य प्रदेश की 15 पंचायतों को भी पुरस्कृत किया गया है. जिसमें होशंगाबाद जिले के खाते में भी एक उपलब्धि आई है. होशंगाबाद के जनपद पंचायत जनरल कैटेगरी में दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है.
जनरल कैटेगरी में मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जनपद पंचायत और रतलाम जिले के आलोट जनपद पंचायत को पुरस्कृत किया गया है, जिसमें ग्रामीण एवं पंचायत राज्य मंत्रालय द्वारा जनपद के लिए 34 कैटेगरी निर्धारित की थी. जिसमें केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार की टीम सर्वे के लिए पहुंची थी.
सभी मापदंडों पर होशंगाबाद जनपद पंचायत खरी उतरी है. दिल्ली में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने वर्चुअल रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पुरस्कृत किया गया है.
होशंगाबाद जनपद पंचायत सीईओ नमिता बघेल ने बताया कि दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण अवार्ड 2020 की जनरल कैटेगरी मे होशंगाबाद को चुना गया, जो सरकार द्वारा तय की गई 34 कैटेगरी जिसमें योजनाओं का क्रियान्वयन प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग सहित शौचालय निर्माण जैसी कई मापदंड तय किए गए थे, जो कि ग्रामीण क्षेत्रों से जुड़े हुए थे. जिसके आधार पर जनरल कैटेगरी में बेस्ट जनपद पंचायत का बोर्ड मध्यप्रदेश में मिला है.
इस दौरान कृषि मंत्री ने जनपद पंचायत और जिला पंचायत में जिन्होंने अवार्ड जीता है, उनके बारे में मिलने वाली राशि की प्लानिंग की जानकारी भी अधिकारियों से ली है. कोरोना के चलते दिल्ली में आयोजित होने वाले प्रोग्राम को वर्चुअल रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ही सभी पुरस्कृत किया गया है. वहीं होशंगाबाद जिले में आने वाले केसला जनपद पंचायत के बाबई खुर्द पंचायत को मध्य प्रदेश के टॉप 15 उत्कर्ष पंचायतों में से एक चुना गया है.