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Gandhi Jayanti 2022: एमपी का आदर्श गांव, गांधी जी के आदर्श पर चलकर हर माह चलाया जाता है स्वच्छता अभियान, जुर्माने के डर से लोग नहीं फैलाते कचरा - gandhi jayanti poster background

नर्मदापुरम का एक गांव ऐसा भी है जहां लोग जुर्माने के डर से सड़कों पर कचरा नहीं फेकते हैं. यदि कचरा फेंका गया है तो इस व्यक्ति को अर्थदंड से दंडित किया जाता है. इन्ही कारणों के चलते गांव जो स्वच्छता की मिसाल बना हुआ है. गांधी जी के विचारों को मानकर हर माह 2 तारीख को स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया है. नर्मदापुरम जिले का कांकड़ी गांव, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के जंगल से विस्थापित कर 2013 में बसाया गया. (Gandhi Jayanti Speech in Hindi) (Gandhi Jayanti 2022) (Swachhata Campaign in kankari Narmadapuram) (Fine for Throwing garbage)

Gandhi Jayanti 2022
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Published : Oct 2, 2022, 7:15 AM IST

Updated : Oct 2, 2022, 7:43 AM IST

नर्मदापुरम। जिले का एक गांव अपने आप में स्वच्छता की मिसाल पेश करता है. जहां शहरों में लोग गंदगी फैलाते हैं तो वहीं इस गांव में गंदगी फैलाने पर 11 रुपए का जुर्माना भी लगाया जाता है. जी हां हम बात कर रहे हैं नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के विस्थापित आदिवासी गांव काकड़ी की. जहां हर माह की 2 तारीख को गांव के लोगों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाता है. अभियान में महिला, पुरुष बुजुर्ग बच्चे सभी मिलकर इसमें भागीदारी लेते हैं साथ ही स्वच्छता को लेकर सजग रहते हैं.

जुर्माने के डर से लोग गांव में नही फैलाते हैं कचरा

गांव के लोगों ने उठाया सफाई का बीड़ा: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में कोर एरिया में बसने वाला यह गांव घने जंगल में बसा हुआ था. बाघों के रहवास के लिए लोगों ने अपना घर एवं गांव छोड़कर इसे 2013 में बागड़ा बफर जोन में स्थापित किया था. 2013 से ही गांव के लोगों ने मिलकर स्वच्छता को लेकर एक अहम बीड़ा उठा रखा है. जिसमें गांव के सभी लोग मिलकर प्रति माह की 2 तारीख को सफाई अभियान छेड़ते हैं. शिक्षक अर्जुन नर्रे के मार्गदर्शन पर गांव के लोगों ने बीड़ा उठाया है. गांव में हर घर के बाहर डस्टबिन लगाए गए हैं, ताकि लोग कचरा ना फेंक सकें. गांव के लोग ने मिलकर एक नियम बनाया हुआ है, गांव में किसी भी व्यक्ति द्वारा कचरा फेंकने पर 11 रुपए का अर्थदंड जुर्माने के रूप में वसूला जाता है. साथ ही गांव में डीजे, बैंड पार्टी प्रतिबंधित है.ताकि ध्वनि प्रदूषण ना हो.

कलाकार के हाथ में गए कंकड पत्थर तो बने बापू, देखें महात्मा गांधी की जयंती पर उनकी अद्भुत तस्वीरें

हर माह 2 तारीख को चलाया जाता है स्वच्छता अभियान: शिक्षक अर्जुन नर्रे के कहे अनुसार गांव के लोग उनकी बातों को मानते हैं. अर्जुन बताते हैं कि गांधी जी से प्रेरित होकर हर माह की 2 तारीख को स्वच्छता अभियान चलाया जाता है. ध्वनि प्रदूषण ना हो इसके लिए डीजे सहित अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगा रखा है. हर माह की 2 तारीख को चलाए जाने वाले इस अभियान में गांव के बुजुर्ग बूढ़े बच्चे शामिल होते हैं. शिक्षक बताते हैं कि हर वर्ष दीपावली से पहले साफ सफाई होने के पहले गांव में स्कूल से सफाई का अभियान शुरू होता है. उसके बाद ही गांव में घरों में साफ सफाई होती है. क्योंकि शिक्षा ही पाठशाला से मिलती है. इसीलिए उसे सबसे पहले स्वच्छ बनाया जाता है.

हर घर के सामने रखे हैं डस्टबिन: वहीं गांव के रहने वाले शिवलाल बताते हैं कि गांव में करीब 32 परिवार रहते हैं. कुल 200 लोगों की जनसंख्या है. सभी मिलजुल कर गांव की साफ-सफाई रखते हैं. हर घर के सामने डस्टबिन रखे हुए हैं। साथ ही कई स्थानों पर बोर्ड भी लगाए गए हैं. गंदगी फैलाने वाले लोगों के ऊपर 11 रुपए का जुर्माना भी लगाया जाता है. इत्तेफाक की बात है कि आज तक जुर्माने के डर से किसी ने यहां गंदगी नहीं फैलाई जोकि स्वच्छता की मिसाल है.
(Gandhi Jayanti Speech in Hindi) (Gandhi Jayanti 2022) (Swachhata Campaign in kankari Narmadapuram) (Fine for Throwing garbage)

नर्मदापुरम। जिले का एक गांव अपने आप में स्वच्छता की मिसाल पेश करता है. जहां शहरों में लोग गंदगी फैलाते हैं तो वहीं इस गांव में गंदगी फैलाने पर 11 रुपए का जुर्माना भी लगाया जाता है. जी हां हम बात कर रहे हैं नर्मदापुरम जिले के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के विस्थापित आदिवासी गांव काकड़ी की. जहां हर माह की 2 तारीख को गांव के लोगों द्वारा स्वच्छता अभियान चलाया जाता है. अभियान में महिला, पुरुष बुजुर्ग बच्चे सभी मिलकर इसमें भागीदारी लेते हैं साथ ही स्वच्छता को लेकर सजग रहते हैं.

जुर्माने के डर से लोग गांव में नही फैलाते हैं कचरा

गांव के लोगों ने उठाया सफाई का बीड़ा: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में कोर एरिया में बसने वाला यह गांव घने जंगल में बसा हुआ था. बाघों के रहवास के लिए लोगों ने अपना घर एवं गांव छोड़कर इसे 2013 में बागड़ा बफर जोन में स्थापित किया था. 2013 से ही गांव के लोगों ने मिलकर स्वच्छता को लेकर एक अहम बीड़ा उठा रखा है. जिसमें गांव के सभी लोग मिलकर प्रति माह की 2 तारीख को सफाई अभियान छेड़ते हैं. शिक्षक अर्जुन नर्रे के मार्गदर्शन पर गांव के लोगों ने बीड़ा उठाया है. गांव में हर घर के बाहर डस्टबिन लगाए गए हैं, ताकि लोग कचरा ना फेंक सकें. गांव के लोग ने मिलकर एक नियम बनाया हुआ है, गांव में किसी भी व्यक्ति द्वारा कचरा फेंकने पर 11 रुपए का अर्थदंड जुर्माने के रूप में वसूला जाता है. साथ ही गांव में डीजे, बैंड पार्टी प्रतिबंधित है.ताकि ध्वनि प्रदूषण ना हो.

कलाकार के हाथ में गए कंकड पत्थर तो बने बापू, देखें महात्मा गांधी की जयंती पर उनकी अद्भुत तस्वीरें

हर माह 2 तारीख को चलाया जाता है स्वच्छता अभियान: शिक्षक अर्जुन नर्रे के कहे अनुसार गांव के लोग उनकी बातों को मानते हैं. अर्जुन बताते हैं कि गांधी जी से प्रेरित होकर हर माह की 2 तारीख को स्वच्छता अभियान चलाया जाता है. ध्वनि प्रदूषण ना हो इसके लिए डीजे सहित अन्य ध्वनि विस्तारक यंत्रों पर रोक लगा रखा है. हर माह की 2 तारीख को चलाए जाने वाले इस अभियान में गांव के बुजुर्ग बूढ़े बच्चे शामिल होते हैं. शिक्षक बताते हैं कि हर वर्ष दीपावली से पहले साफ सफाई होने के पहले गांव में स्कूल से सफाई का अभियान शुरू होता है. उसके बाद ही गांव में घरों में साफ सफाई होती है. क्योंकि शिक्षा ही पाठशाला से मिलती है. इसीलिए उसे सबसे पहले स्वच्छ बनाया जाता है.

हर घर के सामने रखे हैं डस्टबिन: वहीं गांव के रहने वाले शिवलाल बताते हैं कि गांव में करीब 32 परिवार रहते हैं. कुल 200 लोगों की जनसंख्या है. सभी मिलजुल कर गांव की साफ-सफाई रखते हैं. हर घर के सामने डस्टबिन रखे हुए हैं। साथ ही कई स्थानों पर बोर्ड भी लगाए गए हैं. गंदगी फैलाने वाले लोगों के ऊपर 11 रुपए का जुर्माना भी लगाया जाता है. इत्तेफाक की बात है कि आज तक जुर्माने के डर से किसी ने यहां गंदगी नहीं फैलाई जोकि स्वच्छता की मिसाल है.
(Gandhi Jayanti Speech in Hindi) (Gandhi Jayanti 2022) (Swachhata Campaign in kankari Narmadapuram) (Fine for Throwing garbage)

Last Updated : Oct 2, 2022, 7:43 AM IST
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