होशंगाबाद। आपने इंसानों की पहचान करने के लिए DNA टेस्ट कराने की बात तो सुनी होगी, लेकिन मध्यप्रदेश में यह पहला मामला होगा, जब इंसानों का नहीं, एक कुत्ते का DNA टेस्ट कराया जा रहा हो, होशंगाबाद पुलिस डॉग के असल मालिक की पहचान के लिए डीएनए कराने जा रही है, सुनने में भले ही बड़ा अजीब लगे, लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस कुत्ते के मालिक की पहचान करने के लिए पहली बार कुत्ते का DNA कराने जा रही है, दरअसल होशंगाबाद में एक लैब्राडोर डॉग का अनोखा मामला सामने आया है. जहां एक कुत्ते के ऊपर दो मालिकों ने अपना हक जताया है, कि यह डॉग उनका है.
लैब्राडोर डॉग डॉग पर अपना हक जताने वाले शादाब खान, कुत्ते का नाम कोको बताते हैं, तो वहीं प्रतीक शिवहरे इस डॉग को टाइगर के नाम से पुकारते हैं. दरअसल होशंगाबाद के रहने वाले शादाब खान का कहना है कि उनका लैब्राडोर डॉग लगभग 3 महीने पहले लापता हो गया था, जिसकी सूचना उन्होंने देहात थाने को दी थी. वहीं 18 नवंबर को मालाखेड़ी से शादाब खान का डॉग लापता हो गया, उसके बाद उन्हे पता चला, कि उनका डॉग कोको मालाखेड़ी में ही एक जगह बंधा हुआ है. जिसकी सूचना उन्होंने पुलिस को दी.
होशंगाबाद देहात पुलिस ने उस डॉग को अपने कब्जे में लिया, और शादाब खान के दस्तावेज देखने के बाद उसे सौंप दिया, दूसरे दिन 19 नवंबर को प्रतीक शिवहरे द्वारा डॉग को लेकर थाने में दावा प्रस्तुत किया गया, कि यह डॉग उनका है, इसके बाद से ही लगभग 2 दिनों से दोनों पक्ष इस डॉग पर अपना हक जता रहे हैं.
डॉग का DNA टेस्ट
दोनों पक्षों के दावे के बाद, किसे डॉग सौंपा जाए, इसके लिए डॉग का ब्लड सैंपल ले लिया गया है, अब उसके पिता के साथ, उसका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा, और DNA टेस्ट मैच होने के बाद ही कुत्ते को उसके असली मालिक को सौंपा जाएगा. इसे लेकर देहात पुलिस टीआई हेमंत श्रीवास्तव द्वारा शुक्रवार देर रात प्रतिवेदन बनाकर जिला पशु चिकित्सालय में भेजा. इस पर देर रात पशु चिकित्सक ने डॉग का ब्लड सैंपल लिया.
DNA के बाद असली मालिक को सौंपा जाएगा डॉग
डॉग के पिता का पता लगाने के लिए होशंगाबाद से पशु चिकित्सक की टीम पचमढ़ी रवाना हो गई है. जहां से डॉग के पिता का सैंपल लेकर डीएनए से मैच करने के लिए लैब में पुलिस अभिरक्षा में भेजा जाएगा. डीएनए परीक्षण के बाद असल मालिक का पता चल सकेगा,
मालिक के विवाद चलते थाने में ही बंधा रहा डॉग
दोनों मालिकों के विवाद के चलते डॉग को पुलिस थाने में ही बांध दिया गया, जहां पर कई घंटे तक डॉग पुलिस की कस्टडी में ही रहा, इस दौरान डॉग बीमार भी पड़ गया, डॉग को 105 डिग्री बुखार के साथ लूज मोशन होने लगा, जिसके बाद पशु चिकित्सक विभाग द्वारा इसका इलाज किया गया, साथ पशु चिकित्सक विभाग इसकी देख रेख कर रहा है, फिलहाल पुलिस को DNA रिपोर्ट का इंतजार है, DNA रिपोर्ट आने के बाद ही, डॉग को उसके असली मालिक को सौंपा जाएगा.
पेटा ने जताई नाराजगी, TI पर होगी FIR
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कुत्ते को बुखार हो गया, जिसकी वजह से उसकी हालत खराब हो गई. ये पूरा मामला पीपल फाॅर द इथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल संगठन (पेटा) तक पहुंच गया है. पेटा ने पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर नाराजगी जताई है, साथ ही पेटा की एडमिन ने इस मामले में टीआई के खिलाफ FIR दर्ज करवाने की बात कही है. बताया जा रहा है कि, बुधवार से शुक्रवार देर रात तक लगातार कस्टडी बदलते रहने के कारण डाॅग की तबीयत बिगड़ गई.