होशंगाबाद। आपको जानकर हैरत होगी कि होशंगाबाद-नरसिंहपुर संसदीय सीट पर आज तक किसी भी महिला को किसी भी पार्टी ने प्रत्याशी नहीं बनाया है. इस सीट पर 1951 से अब तक 16 बार चुनाव हो चुके हैं. इस बार भी दोनों बड़े दल बीजेपी और कांग्रेस ने पुरूष प्रत्याशी को ही टिकट दिया है.
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए इस बार बीजेपी ने वर्तमान सांसद राव उदय प्रताप सिंह और कांग्रेस ने शैलेंद्र दीवान को चुनाव मैदान में उतारा है. क्षेत्र में 80 लाख महिला वोटर हैं, जो अपने मत का उपयोग कर हमेशा एक पुरुष उम्मीदवार को सांसद चुनने में अहम भूमिका निभाती हैं. लेकिन बीजेपी-कांग्रेस ने कभी भी यहां से एक भी महिला उम्मीदवार पर भरोसा नहीं किया.
महिलाओं को टिकट नहीं देने पर दोनों दलों ने अपनी-अपनी दलील दी है. बीजेपी महिला मोर्चा लोकसभा चुनाव प्रभारी माया नारोलिया का कहना है कि पार्टी से अब तक जो भी सांसद रहे हैं, वह जुझारू और सर्वमान्य रहे हैं, लेकिन जब मौका आएगा, तो बीजेपी जरूर महिला प्रत्याशी को मौका देगी.
वहीं कांग्रेस की प्रदेश महामंत्री और पूर्व विधायक सविता दीवान का मानना है कि कांग्रेस ने भले ही लोकसभा चुनाव में महिलाओं को प्रत्याशी नहीं बनाया, लेकिन विधानसभा चुनाव में टिकट दिया है. महिलाओं को टिकट नहीं दिए जाने पर सविता दीवान को कोई कमी नहीं लगती. उनका कहना है कि महिलाएं कांग्रेस के साथ हैं. ऐसे हालातों में सवाल उठता है कि अगर यहां से महिलाओं को लोकसभा पहुंचने का मौका नहीं दिया जाएगा, तो वह कैसे अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगी.