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अयोध्या फैसले का सभी वर्गों ने किया स्वागत, प्रशासन भी पूरी तरह से रहा मुस्तैद

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Published : Nov 9, 2019, 9:38 PM IST

होशंगाबाद जिले में सुप्रीम कोर्ट के अयोध्या मामले पर फैसले का सभी वर्गों ने स्वागत किया है, साथ ही लोगों ने गंगा-जमुनी तहजीब निभाते हुए शहर में शांति बनाए रखा. वहीं पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहा.

अयोध्या के फैसले को सभी वर्गों ने किया स्वीकार

होशंगाबाद। सालों से लंबित अयोध्या मामले के निर्णय को लेकर जिला प्रशासन पिछले कई दिनों से तैयारी में जुट गया था. अयोध्या मसले पर उच्चतम न्यायालय के फैसला सुनाने की तिथि की घोषणा होते ही पूरे प्रदेश में प्रशासन हाई अलर्ट पर था. जिले के सिवनी मालवा में भी सुबह से ही सभी अधिकारी अलग-अलग जगह टीमें बनाकर गश्त कर रहे थे और सभी वर्गों को समझाइस भी दे रहे थे.

अयोध्या फैसले का सभी वर्गों ने किया स्वागत

वहीं फैसला आने के बाद सिवनी मालवा में सभी वर्गों के लोगों ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान और स्वागत किया, साथ ही शहर की गंगा-जमुनी तहजीब निभाते हुए शहर में शांति बनाए रखा.

होशंगाबाद। सालों से लंबित अयोध्या मामले के निर्णय को लेकर जिला प्रशासन पिछले कई दिनों से तैयारी में जुट गया था. अयोध्या मसले पर उच्चतम न्यायालय के फैसला सुनाने की तिथि की घोषणा होते ही पूरे प्रदेश में प्रशासन हाई अलर्ट पर था. जिले के सिवनी मालवा में भी सुबह से ही सभी अधिकारी अलग-अलग जगह टीमें बनाकर गश्त कर रहे थे और सभी वर्गों को समझाइस भी दे रहे थे.

अयोध्या फैसले का सभी वर्गों ने किया स्वागत

वहीं फैसला आने के बाद सिवनी मालवा में सभी वर्गों के लोगों ने उच्चतम न्यायालय के फैसले का सम्मान और स्वागत किया, साथ ही शहर की गंगा-जमुनी तहजीब निभाते हुए शहर में शांति बनाए रखा.

Intro:दशको से लंबित अयोध्या मामले के निर्णय को लेकर विगत दिनों से तैयारी में जुटे प्रशासन को भी फैसले से राहत मिल गई है. आपको बता दें की उच्चतम न्यायालय के द्वारा मामले में फैसला सुनाने की तिथि की घोषणा होते ही पूरे प्रदेश में प्रशासन हाई अलर्ट पर था. होशंगाबाद जिले की सिवनी मालवा में सुबह 8 बजे से ही एसडीएम रविशंकर राय के द्वारा पूरे प्रशासन के साथ अलग अलग जगह टीमे बनाकर गश्त की जा रही थी वही सभी वर्गों के लोगो को समझाईस भी दी जा रही थी.Body:अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ हो गया है. देश की सबसे बड़ी अदालत ने सबसे बड़े फैसले में अयोध्या की विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक माना है. जबकि मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया गया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से यह फैसला सुनाया है.Conclusion:शनिवार सुबह 10.30 बजे सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, जस्टिस धनंजय यशवंत चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस अब्दुल नज़ीर पहुंचे. पांच जजों ने लिफाफे में बंद फैसले की कॉपी पर दस्तखत किए और इसके बाद जस्टिस गोगोई ने फैसला पढ़ना शुरू किया. वही पूरे फैसले के बाद सभी समाज के लोगो में हर्ष व्याप्त है एवं सभी के द्वारा उच्चतम न्यायालय के द्वारा दिए गए फैसले का सम्मान एवं तारीफ की जा रही है हालाँकि फैसले के बाद भी चप्पे चप्पे पर एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में प्रशासन एवं पुलिस के जवान तैनात है.

बाइट-1 शरीफ खान कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता
बाइट-2 संतोष पारीख भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य
बाइट-3 इदरीश गौरी पूर्व पार्षद
बाइट-4 विनय सिम्पी अधिवक्ता
बाइट-5 एस.एल. सोनया एसडीओपी सिवनी मालवा
बाइट-6 रविशंकर राय एसडीएम सिवनी मालवा
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