होशंगाबाद। शहर में इन दिनों एक पेड़ बहुत चर्चाएं बटोर रहा है. ये कोई ऐसा-वैसा पेड़ नहीं, जो ज्यादा फल देने या बहुत प्राचीन होने के कारण चर्चाओं में हो. ये पेड़ तो जादुई है. अपनी दिव्य और चमत्कारी शक्तियों की वजह से ये पेड़ इन दिनों सुर्खियों में है. क्या कभी किसी ऐसे पेड़ के बारे में सुना है आपने कि किसी पेड़ को छूने मात्र से ही बीमारी छूमंतर हो जाए. नहीं न ! तो चलिए आज जानते हैं एक ऐसे ही पेड़ के बारे में. हालांकि ईटीवी भारत इन बातो की पुष्टि नहीं करता है.
होशंगाबाद के पिपरिया से 15 किलोमीटर की दूरी पर नयागांव है. यहां के गांवपिपरिया की सीमा से सटे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व(एसटीआर) क्षेत्र में एक महुआ का पेड़ है. जहां इन दिनों रोजाना सुबह-शाम हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. माना जा रहा है कि इस पेड़ को छूते ही मरीजों को तुरंत बीमारी से निजात मिल जाती है.
जंगल में आग लगे और बात न फैले ऐसा तो हो हीं नहीं सकता. तो बस, देखते ही देखते ये खबर भी आसपास के इलाकों में आग की तरह फैल गई. और महज 10 दिनों में ही ये पेड़ आस्था का केंद्र बन चुका है. ये खबर सुन ईटीवी भारत की टीम भी पहुंची. यहां पहुंचकर श्रद्धालुओं से जब हमने इस विषय को लेकर बात की तो उन्होंने बताया कि इस पेड़ के पास जमीन पर हाथ रखकर बैठने से, अपने आप ही हाथ पेड़ की ओर खींचने लगते हैं. और तो और पेड़ को छूते ही मरीज को हर बीमारी से छुटकारा मिल जाता है.
ईटीवी भारत द्वारा बारीकी से पड़ताल करने पर, पाया गया कि जिस जगह पर ये पेड़ है. वहां पास से ही एक नदी बहती है. और आसपास रेत है, जिसके चलते पेड़ के आसपास की जगह भी रेतीली है. हमने सोचा रेत होने के चलते शरीर का झुकाव आगे की तरफ हो रहा है. जिस कारण लोगों के हाथ आगे की ओर खिसक रहे हैं. लेकिन कुछ लोगों को देखने पर पाया कि उनके हाथ पेड़ पर पहुंचने के बाद भी ऊपर की ओर खिसक रहे हैं, जो कि हैरतअंगेज था. वहीं कुछ लोगों का मानना है कि यहां पर भगवान भोलेनाथ का वास है. जो सबके कष्ट दूर कर रहे हैं.
हैरानी की बात है, कि जिस जंगल में जाने से अब तक लोग डरते थे. वहीं इस पेड़ के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. जहां दूर-दूर तक सिर्फ पेड़ ही पेड़ दिखते थे, वहां अब नारीयल और प्रसाद की दुकानें लगी हुई है. साथ ही इस मौके पर कई महिलाएं और पुरुष पेड़ के आसपास नाचते-झूमते भी दिखाई दिए.