ETV Bharat / state

11वीं के स्टूडेंट ने 500 रुपये में Puppy के लिए बनायी गाड़ी, अब आसानी से चल सकती है 'चिक्की'

होशंगाबाद के एक छात्र ने डॉगी के पप्पी के लिए गाड़ी बनाई है. अब वह आसानी से चल-फिर सकती है. पप्पी की एक सड़क दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट आई थी, जिससे पप्पी चलने में असमर्थ हो गई. (desi jugaad for doggy in hoshangabad)

doggy vehicle
डॉगी की गाड़ी
author img

By

Published : Jan 17, 2022, 7:44 AM IST

होशंगाबाद। इटारसी के 11वीं के छात्र सार्थक ने मानवता का परिचय देते एक डॉगी के पप्पी (चिक्की) को फिर से देशी जुगाड़ (desi jugaad for doggy in hoshangabad) से चलने लायक बना दिया है. 15 दिन पहले एक वाहन ने चिक्की को टक्कर मारकर घायल कर दिया था. जब चिक्की के डॉक्टर के पास लेकर गये तो डॉक्टर ने कहा कि रीढ़ की हड्डी टूट गई है. यह अब कभी चल नहीं सकेगी.

सार्थक की सभी कर रहे सराहना

500 रुपये में तैयारी की गाड़ी
फिर क्या था सार्थक ने चिक्की को फिर से चलने की ठान ली. महज पांच सौ रुपये से चिक्की को चलने लायक बना दिया. इसकी सभी लोग सराहना कर रहे हैं. डॉगी (hoshangabad doggy lost legs in road accident) के पप्पी और उसकी मां इसी कॉलोनी में घूमते हैं.

एमपी बीजेपी को मिला टारगेट से कम चंदाः 2 महीने में जुटाने थे 100 करोड़, मिले सिर्फ 20 करोड़ रुपए

एक सड़क दुर्घटना में चिक्की नाम की पप्पी की रीढ़ की हड्डियों में चोट आ गई थी. अब चिक्की चलने लायक नहीं रही थी. वह शरीर के पिछले हिस्से को घसीट कर चल रही थी. सार्थक (hoshangabad boy made vehical for doggy) पिता ललित रायसा पेशे से वकील हैं, उन्होंने अपने बेटे के कहने पर उसकी मदद की. उसे पीवीसी पाइप, बेल्ट, चके इत्यादि लाकर दिए. उसके बाद बेटे सार्थक ने वो कर दिखाया जो मानवीय संवेदना की मिसाल बन गया. इसकी सभी सराहना कर रहे हैं.

होशंगाबाद। इटारसी के 11वीं के छात्र सार्थक ने मानवता का परिचय देते एक डॉगी के पप्पी (चिक्की) को फिर से देशी जुगाड़ (desi jugaad for doggy in hoshangabad) से चलने लायक बना दिया है. 15 दिन पहले एक वाहन ने चिक्की को टक्कर मारकर घायल कर दिया था. जब चिक्की के डॉक्टर के पास लेकर गये तो डॉक्टर ने कहा कि रीढ़ की हड्डी टूट गई है. यह अब कभी चल नहीं सकेगी.

सार्थक की सभी कर रहे सराहना

500 रुपये में तैयारी की गाड़ी
फिर क्या था सार्थक ने चिक्की को फिर से चलने की ठान ली. महज पांच सौ रुपये से चिक्की को चलने लायक बना दिया. इसकी सभी लोग सराहना कर रहे हैं. डॉगी (hoshangabad doggy lost legs in road accident) के पप्पी और उसकी मां इसी कॉलोनी में घूमते हैं.

एमपी बीजेपी को मिला टारगेट से कम चंदाः 2 महीने में जुटाने थे 100 करोड़, मिले सिर्फ 20 करोड़ रुपए

एक सड़क दुर्घटना में चिक्की नाम की पप्पी की रीढ़ की हड्डियों में चोट आ गई थी. अब चिक्की चलने लायक नहीं रही थी. वह शरीर के पिछले हिस्से को घसीट कर चल रही थी. सार्थक (hoshangabad boy made vehical for doggy) पिता ललित रायसा पेशे से वकील हैं, उन्होंने अपने बेटे के कहने पर उसकी मदद की. उसे पीवीसी पाइप, बेल्ट, चके इत्यादि लाकर दिए. उसके बाद बेटे सार्थक ने वो कर दिखाया जो मानवीय संवेदना की मिसाल बन गया. इसकी सभी सराहना कर रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.