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अच्छी बारिश के लिए भगवान की शरण में लोग,गुप्तेश्वर महादेव का किया रुद्राभिषेक

हरदा में युवाओं ने गुप्तेश्वर मन्दिर में जाकर भगवान का अभिषेक किया, अच्छी बारिश के लिए भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक किया.परंपरा है कि ऐसा करने से भगवान खुश हो जाते हैं और अच्छी बारिश होती है.

भगवान भोलेनाथ
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Published : Jul 24, 2019, 6:02 PM IST

हरदा। एक तरफ देश और प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के कहर से लोग परेशान हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कई क्षेत्रों में इंद्रदेव ने अभी भी दस्तक नहीं दी है. जिसके चलते लोग कई तरह के टोटके कर रहे हैं. कहीं मेढक-मेढकी की शादी, कहीं जिंदा युवक की शव यात्रा निकाली जा रही, तो कहीं लोग भगवान की शरण ले रहे हैं. इसी तरह हरदा में भी अजनाल नदी के तट पर स्थापित प्राचीन गुप्तेश्वर मन्दिर में युवाओं ने भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर अच्छी बारिश की कामना की.


हरदा में गुप्तेश्वर मंदिर में जमना जैसानी फाउंडेशन से जुड़े कुछ युवाओं ने पूरे विधि-विधान से भगवान गुप्तेश्वर का जलाभिषेक किया. युवाओं ने अच्छी बारिश और किसानों की अच्छी फसल के लिए भगवान से मनोकामना की. मंदिर के पुजारी द्वारा भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक कराया गया. साथ ही प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान गुप्तेश्वर के पिंडी को जलमग्न कर क्षेत्र में अच्छी बारिश की कामना की गई.

भगवान भोलेनाथ का किया रुद्राभिषेक


आपको बता दें जिले में पिछले साल भी सामान्य से कम बारिश हुई थी. जिसके चलते जिले के कई गांवों में पीने के पानी को लेकर भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. जिले में सैकड़ों हैंडपंप ओर जलस्रोतों ने दम तोड़ दिए हैं. वही किसानों द्वारा खेतों में बोई गई सोयाबीन की फसल भी मुरझाने लगी है. जिले में कम बारिश को लेकर आगामी दिनों में होने वाली जलसंकट की स्थिति को लेकर लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है. इसीलिए रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए सभी कई जतन कर रहे हैं.

हरदा। एक तरफ देश और प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के कहर से लोग परेशान हैं, तो वहीं दूसरी तरफ कई क्षेत्रों में इंद्रदेव ने अभी भी दस्तक नहीं दी है. जिसके चलते लोग कई तरह के टोटके कर रहे हैं. कहीं मेढक-मेढकी की शादी, कहीं जिंदा युवक की शव यात्रा निकाली जा रही, तो कहीं लोग भगवान की शरण ले रहे हैं. इसी तरह हरदा में भी अजनाल नदी के तट पर स्थापित प्राचीन गुप्तेश्वर मन्दिर में युवाओं ने भगवान भोलेनाथ का अभिषेक कर अच्छी बारिश की कामना की.


हरदा में गुप्तेश्वर मंदिर में जमना जैसानी फाउंडेशन से जुड़े कुछ युवाओं ने पूरे विधि-विधान से भगवान गुप्तेश्वर का जलाभिषेक किया. युवाओं ने अच्छी बारिश और किसानों की अच्छी फसल के लिए भगवान से मनोकामना की. मंदिर के पुजारी द्वारा भगवान भोलेनाथ का रुद्राभिषेक कराया गया. साथ ही प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान गुप्तेश्वर के पिंडी को जलमग्न कर क्षेत्र में अच्छी बारिश की कामना की गई.

भगवान भोलेनाथ का किया रुद्राभिषेक


आपको बता दें जिले में पिछले साल भी सामान्य से कम बारिश हुई थी. जिसके चलते जिले के कई गांवों में पीने के पानी को लेकर भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. जिले में सैकड़ों हैंडपंप ओर जलस्रोतों ने दम तोड़ दिए हैं. वही किसानों द्वारा खेतों में बोई गई सोयाबीन की फसल भी मुरझाने लगी है. जिले में कम बारिश को लेकर आगामी दिनों में होने वाली जलसंकट की स्थिति को लेकर लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है. इसीलिए रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए सभी कई जतन कर रहे हैं.

Intro:हरदा की अजनाल नदी के तट पर स्थापित प्राचीन गुप्तेश्वर मन्दिर में जमना जैसानी फाउंडेशन से जुड़े युवाओं ने क्षेत्र में अच्छी बारिश और किसानों की अच्छी फसल होने की मनोकामना को लेकर विधि विधान से भगवान गुप्तेश्वर का विधि विधान से जलाभिषेक किया।यहां मंदिर के पुजारी पंडित के द्वारा रुद्राभिषेक कराया गया।साथ ही प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान गुप्तेश्वर के पिंडी को जलमग्न कर क्षेत्र में अच्छी बारिश की कामना की गई।


Body:जिले में गत वर्ष भी सामान्य से कम वर्षा हुई थी।जिसके चलते जिले के कई गांवों में पीने के पानी को लेकर भी दिक्कत हो रही थी।इस साल भी अब तक बीते साल हुई बारिश से भी कम बारिश हुई है।जिले में सैकड़ों हैंडपंप ओर जलस्रोतों ने दम तोड़ दिए है।वही किसानों के द्वारा खेतो में बोई गई सोयाबीन की फसल भी मुरझाने लगी है।जिले में कम बारिश को लेकर आगामी दिनों में होने वाली जलसंकट की स्थिति को लेकर लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई दे रही है।गांवो में अलग अलग तरीकों से रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए जतन किया जा रहा है।जिले में एक जून से लेकर अब तक 316.4मिमी वर्षो दर्ज की गई है जबकि गत वर्ष इसी अवधि तक 369.5 मिमी वर्षों हो चुकी थी।जिले की सामान्य वर्षों 1261.7 मिमी है


Conclusion:प्राचीन मान्यताओं के अनुसार भगवान भोलेनाथ के शिवलिंग को जल में डुबाने से अच्छी बारिश होती है।इसी परंपरा को हरदा के यूवाओ ने आगे बढ़ाते हुए भोलेनाथ की पूजाअर्चना कर रूठे इंद्रदेव को मनाने का प्रयास किया जा रहा है।सदस्यों का कहना है कि बीते 20 सालों पहले भी कम बारिश होने पर लोगो के द्वारा भगवान को जल में डुबोया गया था जिसके बाद अच्छी बारिश हुई थी। बाईट - शांति जैसानी,सदस्य जमना जैसानी फाउंडेशन,हरदा बाईट - पंडित गणेश शर्मा पुजारी गुप्तेश्वर मंदिर समिति हरदा
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