हरदा । जिले में पुलिस ने पीसी करके फर्जी चिटफंड कंपनी का खुलासा किया है. यह कंपनी छोटे किसानों को छह महीने तक 1950 रुपए जमा करने के बदले 40 हजार रुपए देने का लालच देती थी. फर्जी चिटफंड कंपनी से जुड़े दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. कंपनी ने करीब 40 ग्रामीणों को रुपए का लालच दिखाकर ठगी की है. मामले में आरोपी राजेश सालाखेड़ी का रहने वाला और राहुल सीटू गांव निवासी को पुलिस ने हिरासत में लिया है.
मामले से जुड़े दो आरोपियों की तलाश जारी है. पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान SP मनीष कुमार अग्रवाल ने मामले का खुलासा किया है. आरोपियों ने खिरकिया में कमरा किराए से लेकर हरियाणा की वार्ना फाइनेंस कंपनी के फर्जी बोर्ड लगाकर किसानों को 1990 रुपए 18 महीने तक जमा करने के बदले 40 हजार का लालच दिया गया. आरोपियों ने किसानों से करीब 1 लाख 20 हजार की रकम वसूल की थी. चितावर थाने में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 420 का मामला दर्ज किया गया था.
चिटफंड कंपनी से जुड़े आरोपियों की तलाश के लिए एसपी ने एक टीम गठित की, जिन्होंने बातचीत के कॉल डिटेल्स और मोबाइल लोकेशन के आधार पर आरोपियों तक पहुंचने में सफलता हासिल की. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया है. आरोपियों ने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में पंपलेट बांटकर छोटे और गरीब परिवार के लोगों को राशि जमा करने के बदले एक मोटी रकम दी जाने की बात कर झांसे में लिया था. पकड़े गए आरोपियों ने राजस्थान के ग्रामीण इलाकों में भी इस तरह की स्कीम के जरिए लोगों को ठगने की बात स्वीकार की है.