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हाट बाजार में चल रही अवैध वसूली !, सरपंच-सचिव पर मिलीभगत का आरोप

ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में हाट बाजार में दुकानदारों से अवैध वसूली का मामला सामने आया है. दुकानदारों का कहना है कि पिछले कई सालों से उनसे 20 रुपये प्रति दुकान वसूली की जा रही है, लेकिन इसके बदले उन्हें रसीद नहीं दी जाती है.

नहीं मिलती दुकानदारों को रसीद
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Published : Apr 15, 2019, 10:28 AM IST


हरदा। जिले की खिरकिया जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में हाट बाजार में दुकानदारों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है. दुकानदारों का कहना है कि पंचायत हमसे 20 रुपए प्रति दुकान शुल्क वसूलती है, लेकिन इसके बदले में हमें कोई रसीद नहीं मिलती है.


बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में हर रविवार को हाट बाजार लगता है. इस बाजार में आसपास के वन ग्रामों के लोग अपनी जरूरत की वस्तुएं खरीदने आते हैं. यहां पर हर रविवार को लगभग 200 से अधिक दुकानें लगाई जाती हैं. इस हाट बाजार में दुकानदारों से पंचायत शुल्क तो वसूला जा रहा है, लेकिन उन्हें इसके बदले कोई रसीद नहीं दी जाती.

हाट बाजार में दुकानदारों से अवैध वसूली


आरोप है कि यहां की सरपंच एक आदिवासी महिला है, लेकिन उनके पति पंचायत के कार्यों को संचालित करते हैं. जब इस मामले में मोरगढ़ी पंचायत सचिव सुरेश विश्वकर्मा से बात की गई, तो उन्होंने ठेके पर हाट बाजार की शुल्क वसूली की बात कही. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी व्यापारियों को उनसे ली जाने वाली राशि के बदले रसीद दी जाएगी.


हरदा। जिले की खिरकिया जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में हाट बाजार में दुकानदारों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है. दुकानदारों का कहना है कि पंचायत हमसे 20 रुपए प्रति दुकान शुल्क वसूलती है, लेकिन इसके बदले में हमें कोई रसीद नहीं मिलती है.


बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में हर रविवार को हाट बाजार लगता है. इस बाजार में आसपास के वन ग्रामों के लोग अपनी जरूरत की वस्तुएं खरीदने आते हैं. यहां पर हर रविवार को लगभग 200 से अधिक दुकानें लगाई जाती हैं. इस हाट बाजार में दुकानदारों से पंचायत शुल्क तो वसूला जा रहा है, लेकिन उन्हें इसके बदले कोई रसीद नहीं दी जाती.

हाट बाजार में दुकानदारों से अवैध वसूली


आरोप है कि यहां की सरपंच एक आदिवासी महिला है, लेकिन उनके पति पंचायत के कार्यों को संचालित करते हैं. जब इस मामले में मोरगढ़ी पंचायत सचिव सुरेश विश्वकर्मा से बात की गई, तो उन्होंने ठेके पर हाट बाजार की शुल्क वसूली की बात कही. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सभी व्यापारियों को उनसे ली जाने वाली राशि के बदले रसीद दी जाएगी.

Intro:हरदा जिले की खिरकिया जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में हर रविवार को हाट बाजार लगता है।इस बाजार में आसपास के वनग्रामो के लोगों के लिए अपनी जरूरत की वस्तुओं को खरीदा जाता है।जिसके चलते यहां पर प्रति रविवार को लगभग दो सौ से अधिक दुकाने लगाई जाती है।इन दुकानों पर व्यक्ति की रोजमर्रा से जुड़ी वस्तुओं को प्राथमिकता से बिक्री के लिए लाया जाता है। ग्राम में वर्षो से लगने वाले इस हाट बाजार में दुकानदारों से पंचायत शुल्क तो वसूला जा रहा है।लेकिन उन्हें इसके बदले कोई रसीद नही दी जाती।


Body:हरदा जिला मुख्यालय से करीब 50 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मोरगढ़ी में अलग अलग नगरों से प्रति रविवार को लगने वाले हाट बाजार में अपनी दुकान लगाते हैं।जिसके लिए पंचायत के द्वारा उनसे 20 रुपये प्रति दुकान शुल्क वसूल किया जाता है।लेकिन इसके बदले कोई रसीद नही दी जाती।इस मामले में पंचायत सचिव और सरपंच की मिली भगत से इंकार नहीं किया जा सकता।चूंकि यहां पर एक आदिवासी महिला सरपंच है अतः उसके पति के द्वारा ही पंचायत के कार्यो को संचालित किया जाता है।


Conclusion:मोरगढ़ी के हाट बाजार में व्यापारियों से शुक्ल वसूली के लिए निकले पंचायत सचिव से बात की गई तो उनके द्वारा पूर्व में ठेके पर हाट बाजार का शुल्क वसूली की बात कही गई।लेकिन इन दिनों इस कार्य का ठेका नही होने के चलते उनके द्वारा ही शुल्क वसूली की बात की गई।साथ ही आगामी दिनों में सभी व्यापारियों को उनसे ली जाने वाली राशि के बदले रसीद देकर गलती में सुधार करने की बात कही है।बहरहाल जो भी हो पंचायत के पिछले सालों में होने वाली राशि की जांच की जाए तो निश्चित ही यहां पर बड़ी अनियमितता सामने आ सकती है।
बाइट - मनीष राय, व्यापारी
बाइट-माखनलाल, व्यापारी
बाईट- सुरेश विश्वकर्मा ,सचिव,ग्राम पंचायत मोरगढ़ी
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