हरदा। बारिश के दौरान नदियों के उफान पर होने से बाढ़ की स्थिति निर्मित होने के दौरान प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकालने के लिए होमगार्ड की टीम आधुनिक संसाधनों के साथ पूरी तरह से तैयार है. होमगार्ड के 70 जवान और एनडीआरएफ के 10 जवानों ने जिले में किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने की पुख्ता तैयारी कर ली है. जिले के सभी हिस्सों में प्रशिक्षित होमगार्ड तैनात करने के साथ-साथ जिला मुख्यालय पर भी टीमें तैयार हैं. जिले की नर्मदा, अजनाल, मांचक सहित अन्य नदियों के किनारे जलभराव की स्थिति वाले क्षेत्रों पर प्रशासन नजर बनाए हुए है. हालांकि, अभी जिले में कहीं भी इतनी तेज बारिश नहीं हुई है कि बाढ़ जैसी स्थिति बने.
बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए होमगार्ड की क्विक रिस्पांस टीम जिला मुख्यालय पर तैनात है. 8 घंटे की शिफ्ट में अलग-अलग जवानों को तैनात किया गया है. डीआरसी और पार्टी की टीम को लाइफ जैकेट, लाइफ रिंग, रस्सा, टॉर्च, कांटे सहित अन्य सामान दिए गए हैं. वहीं रबर की मोटर बोट भी टीम के पास तैयार है. होमगार्ड के अधिकारियों सहित सभी 70 जवान तैराक भी हैं, जोकि बाढ़ में फंसे लोगों को आसानी से बाहर निकालने के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित हैं.
होमगार्ड के कंपनी कमांडर भूपेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि किसी भी तरह की बड़ी आपदा आने की स्थिति से निपटने के लिए होमगार्ड और एनडीआरएफ के जवान पूरी तरह से तैयार हैं, जिले में छह स्थानों पर डीआरजी केंद्र बनाए गए हैं, जिनमें छह से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है, सभी के पास अत्याधुनिक संसाधन उपलब्ध हैं, जो विषम परिस्थितियों में लोगों को रेस्क्यू की करने में मदद के लिए उपयोग में लाए जा सकते हैं.
वही हरदा जिला मुख्यालय पर क्यूआरटी टीम जिसमें 20 जवान हैं, हमारे पास दो मोटर बोट भी हैं, जो बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने के लिए उपयोग में लाई जाएगी. हरदा के होमगार्ड ऑफिस में अधिकारियों ने आपदा से निपटने की तैयारियों को लेकर पूर्वाभ्यास करते हुए सभी संसाधनों को रेडी किया है.