हरदा। जिले के खेतों में तैयार हुए गेहूं से बना मैदा अब दुबई के बाजार में बिकेगा. 'एक जिला, एक उत्पाद योजना' में हरदा जिले की कमल किशोर फ्लोर मिल में तैयार होने वाला मैदा अब दुबई में बनने वाले पिज्जा, नूडल्स, पास्ता सहित बेकरी आयटम के लिए उपयोग में लाया जाएगा. औद्योगिक नीति और निवेश प्रोत्साहन विभाग मंत्रालय के सहयोग से हरदा की कमल किशोर फ्लोर मिल में तैयार किए गए 48 दिन में मैदा पहली बार निर्यात किया जा रहा है. इस योजना के तहत पूरे देश के सभी जिलों से एक ही उत्पाद को चयनित कर विदेशों में निर्यात किया जा रहा है. जिसके तहत हरदा जिले से गेहूं को चयनित किया गया है.
- 8 लाख 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन
'एक जिला, एक उत्पाद योजना' में गेहूं और गेहूं के अन्य उत्पादों का चयन निर्यात की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए किया गया है. गौरतलब है कि वर्ष 2019-20 में हरदा जिले में किसानों ने करीब एक लाख 80 हजार हेक्टेयर में गेहूं की फसल लगाई थी. जिससे 8 लाख 10 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ था. कलेक्टर संजय गुप्ता के प्रयासों से चयनित उत्पाद को निर्यात हब के रूप में विकसित करने तथा उत्पाद की ब्रांडिंग के लिए औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग लगातार प्रयास कर रहा हैं.
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- विश्व स्तर पर होगी मैदे की पहचान
कमल किशोर फ्लोर मिल के संचालक नितिन अग्रवाल ने बताया कि हम हरदा माटी में तैयार हुए गेहूं से बने 48 टन मैदा का पहली बार निर्यात कर रहे है. हमारे यहां से 'एक जिला, एक उत्पाद योजना' के अंतर्गत मैदे का निर्यात किया जा रहा. उन्होंने बताया कि हरदा के गेंहू से तैयार मैदा भारत ही नहीं बल्कि विश्व स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेगा.
- गेंहू में प्रोटीन की मात्रा अधिक
कलेक्टर संजय गुप्ता ने बताया कि हरदा में तैयार किया गए गेहूं में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है. जिसके चलते इसका उपयोग नूडल्स, पास्ता, पिज्जा सहित बेकरी आयटम के लिए उपयोग में आता है. जिले से पहली बार 'एक जिला, एक उत्पाद योजना' के अंतर्गत 48 टन मैदा दुबई के लिए निर्यात किया जा रहा है.