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Fstag का इस्तेमाल करने वाले जरूर पढ़ें ये खबर, 31 जनवरी से बदलेंगे ये बड़े नियम - 31 जनवरी से फास्टैग में बदलाव

Fastag Rules Change: जनवरी महीने की 31 तारीख आपके वाहन पर लगे Fastag के लिए भी आखिरी दिन हो सकता है. NHAI ने नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है, अगर आप चाहते हैं कि आपका फास्टैग बंद न हो तो इस खबर को अंत तक पढ़ें और समझे.

Fastag Rules Change
फास्टैग के नियमों में बदलाव
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 17, 2024, 10:06 PM IST

Fastag Rules Change। भारत में कुछ सालों पहले ही हाईवे पर दौड़ते वाहनों से टोल टैक्स वसूली के लिए फास्टैग (Fastag) व्यवस्था लागू की है. आज दोपहिया या तीन पहिया वाहनों को छोड़कर हर गाड़ी पर टोल टैक्स फास्टैग के जरिये ही लिया जाता है. यह एक तरह का वॉलेट है, जिसमे रुपये रिचार्ज करने पड़ते हैं, या यह सीधे बैंक खाते से लिंक होता है. लेकिन हाल ही में (NHAI ) नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने फास्टैग को लेकर नया नियम जारी कर दिया है. जिसके तहत फास्टैग यूजर्स को जल्द से जल्द KYC अपडेट कराना पड़ेगा.

फास्टैग के लिए KYC कराना जरूरी

NHAI ने ये फैसला हाल ही में लांच हुई 'वन व्हीकल,वन फास्टैग' नीति के चलते लिया है. जिसकी वजह प्राधिकरण की ओर से सलाह दी गयी है कि वर्तमान फास्टैग यूजर्स में जिन्होंने अब तक अपना KYC नहीं कराया है, वे जल्द इसे अपडेट करा लें. ऐसा न करने पर आने वाली 31 जनवरी के बाद KYC न होने वाले पुराने फास्टैग बंद कर दिए जाएंगे जिसकी वजह से आपको टोल प्लाजा पर दोगुना टैक्स देना पड़ सकता है.

Fastag Rules Change
फास्टैग के नियमों में बदलाव

नियमों का ठीक से नही हो रहा पालन

NHAI ने ये यह फैसला RBI के नियमों के उल्लंघन के चलते लिया है. जिसमें अब तक कई बार लोग वाहन खरीदते हैं तब बैंक या वाहन डीलर गाड़ी के साथ ही Fastag भी लगाकर देते हैं, लेकिन उसमे KYC पूरा नहीं होता. जिसकी वजह से टोल प्लाजा पर भी वाहन की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं होती, साथ ही कई बार वाहन चालक एक से ज्यादा वाहनों के लिए एक ही Fastag का इस्तेमाल करते हैं या विंड स्क्रीन पर फास्टैग लगते ही नहीं है. इसलिए सभी फास्टैग यूजर को अब KYC कंपलीट करना अनिवार्य होगा.

क्या है फास्टैग सिस्टम

भारत में नेशनल हाइवे पर लगने वाले टोल टैक्स के एकत्रीकरण के लिए फास्टैग (Fastag) लांच किया गया था. यह एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है. जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन यानी RIFD पर काम करता है. इसमें Fastag कार्ड को कार की विंड स्क्रीन पर लगाया जाता है. ये एक तरह के वॉलेट या बैंक लिंक भी होता है. जैसे ये फास्टैग टोल प्लाजा पर लगे फास्टैग सेंसर्स के संपर्क में आता है. वैसे ही टोल टैक्स आपके खाते या फास्टैग वॉलेट से कट कर NHAI के कलेक्शन सिस्टम में पहुच जाते हैं और मिनी सेकण्ड्स में टोल गेट ओपन हो जाता है. ये पूरा सिस्टम स्वचालित प्रणाली पर काम करता है. जिससे टोल प्लाजा पर लगने वाली वाहनों की लंबी कतारों से छुटकारा मिल जाता है.

यहां पढ़ें...

Fastag Rules Change। भारत में कुछ सालों पहले ही हाईवे पर दौड़ते वाहनों से टोल टैक्स वसूली के लिए फास्टैग (Fastag) व्यवस्था लागू की है. आज दोपहिया या तीन पहिया वाहनों को छोड़कर हर गाड़ी पर टोल टैक्स फास्टैग के जरिये ही लिया जाता है. यह एक तरह का वॉलेट है, जिसमे रुपये रिचार्ज करने पड़ते हैं, या यह सीधे बैंक खाते से लिंक होता है. लेकिन हाल ही में (NHAI ) नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने फास्टैग को लेकर नया नियम जारी कर दिया है. जिसके तहत फास्टैग यूजर्स को जल्द से जल्द KYC अपडेट कराना पड़ेगा.

फास्टैग के लिए KYC कराना जरूरी

NHAI ने ये फैसला हाल ही में लांच हुई 'वन व्हीकल,वन फास्टैग' नीति के चलते लिया है. जिसकी वजह प्राधिकरण की ओर से सलाह दी गयी है कि वर्तमान फास्टैग यूजर्स में जिन्होंने अब तक अपना KYC नहीं कराया है, वे जल्द इसे अपडेट करा लें. ऐसा न करने पर आने वाली 31 जनवरी के बाद KYC न होने वाले पुराने फास्टैग बंद कर दिए जाएंगे जिसकी वजह से आपको टोल प्लाजा पर दोगुना टैक्स देना पड़ सकता है.

Fastag Rules Change
फास्टैग के नियमों में बदलाव

नियमों का ठीक से नही हो रहा पालन

NHAI ने ये यह फैसला RBI के नियमों के उल्लंघन के चलते लिया है. जिसमें अब तक कई बार लोग वाहन खरीदते हैं तब बैंक या वाहन डीलर गाड़ी के साथ ही Fastag भी लगाकर देते हैं, लेकिन उसमे KYC पूरा नहीं होता. जिसकी वजह से टोल प्लाजा पर भी वाहन की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध नहीं होती, साथ ही कई बार वाहन चालक एक से ज्यादा वाहनों के लिए एक ही Fastag का इस्तेमाल करते हैं या विंड स्क्रीन पर फास्टैग लगते ही नहीं है. इसलिए सभी फास्टैग यूजर को अब KYC कंपलीट करना अनिवार्य होगा.

क्या है फास्टैग सिस्टम

भारत में नेशनल हाइवे पर लगने वाले टोल टैक्स के एकत्रीकरण के लिए फास्टैग (Fastag) लांच किया गया था. यह एक तरह का इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम है. जो रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन यानी RIFD पर काम करता है. इसमें Fastag कार्ड को कार की विंड स्क्रीन पर लगाया जाता है. ये एक तरह के वॉलेट या बैंक लिंक भी होता है. जैसे ये फास्टैग टोल प्लाजा पर लगे फास्टैग सेंसर्स के संपर्क में आता है. वैसे ही टोल टैक्स आपके खाते या फास्टैग वॉलेट से कट कर NHAI के कलेक्शन सिस्टम में पहुच जाते हैं और मिनी सेकण्ड्स में टोल गेट ओपन हो जाता है. ये पूरा सिस्टम स्वचालित प्रणाली पर काम करता है. जिससे टोल प्लाजा पर लगने वाली वाहनों की लंबी कतारों से छुटकारा मिल जाता है.

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