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किसानों ने कांग्रेस के वचन पत्र की निकाली अर्थी, कहा- हमारी मांगे पूरी करो 'नाथ'

हरदा में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर मुंह पर पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला. साथ ही पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस के वचन पत्र की सांकेतिक अर्थी भी निकाली.

किसानों ने निकाला मौन जुलूस
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Published : Oct 14, 2019, 6:10 PM IST

Updated : Oct 14, 2019, 8:00 PM IST

हरदा। सोमवार को किसानों ने आम किसान यूनियन के बैनर तले मुंह पर पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला. ये जुलूस नार्मदीय ब्राह्मण समाज धर्मशाला के पास से निकाला गया. जिसके बाद चुनाव पूर्व जारी किये गये कांग्रेस के वचनपत्र की अर्थी भी निकाली.

किसानों ने निकाला मौन जुलूस

किसानों का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार ने 10 दिनों के भीतर प्रदेश के सभी किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का वचन दिया था. जो आज तक पूरा नहीं हुआ है. जिसके चलते बैंक किसानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया है.

किसानों ने निकाली कांग्रेस के वचन पत्र की अर्थी

किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस के वचन पत्र की सांकेतिक अर्थी निकाली. अर्थी निकालने के दौरान कुछ किसानों और पुलिस के बीच अर्थी नहीं निकालने की बात को लेकर नोकझोंक भी हुई. लेकिन अक्रोषित किसानों ने कलेक्ट्रेट तक अर्थी निकालकर अपनी बात पूरी की. कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के बाहर ही एसडीएम ने किसानों की समस्याएं सुनने के बाद ज्ञापन लिया, जबकि उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने की बात कही. जिसके बाद पुलिस जवानों ने वचन पत्र की अर्थी को जब्त कर लिया.

ये है किसानों की मांगे

किसानों ने सीएम के नाम कई मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों की भरपाई करने और वचन पत्र के अनुसार सभी किसानों की दो लाख रुपए तक की कर्जमाफी की मुख्य रूप से मांग की गई है. वहीं गेंहू का बोनस 160 रुपए देने, सभी खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य पर खरीदी की सुनिश्चित करने, आरसीईपी को किसान हित में देश मे लागू नहीं किए जाने की मांग की. साथ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियां मानसेंटोए पायोनियर के अमानक मक्का बीज की वजह से खराब हुई फसलों का निरीक्षण कर राहत देने और सम्बंधित कंपनी पर उचित कार्रवाई करने की मांग रखी है. किसानों ने पूरे जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से सभी किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने और पिछले साल की भावान्तर राशि जल्द से जल्द किसानों को देने की मांग की है.

हरदा। सोमवार को किसानों ने आम किसान यूनियन के बैनर तले मुंह पर पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला. ये जुलूस नार्मदीय ब्राह्मण समाज धर्मशाला के पास से निकाला गया. जिसके बाद चुनाव पूर्व जारी किये गये कांग्रेस के वचनपत्र की अर्थी भी निकाली.

किसानों ने निकाला मौन जुलूस

किसानों का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार ने 10 दिनों के भीतर प्रदेश के सभी किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का वचन दिया था. जो आज तक पूरा नहीं हुआ है. जिसके चलते बैंक किसानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया है.

किसानों ने निकाली कांग्रेस के वचन पत्र की अर्थी

किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस के वचन पत्र की सांकेतिक अर्थी निकाली. अर्थी निकालने के दौरान कुछ किसानों और पुलिस के बीच अर्थी नहीं निकालने की बात को लेकर नोकझोंक भी हुई. लेकिन अक्रोषित किसानों ने कलेक्ट्रेट तक अर्थी निकालकर अपनी बात पूरी की. कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के बाहर ही एसडीएम ने किसानों की समस्याएं सुनने के बाद ज्ञापन लिया, जबकि उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने की बात कही. जिसके बाद पुलिस जवानों ने वचन पत्र की अर्थी को जब्त कर लिया.

ये है किसानों की मांगे

किसानों ने सीएम के नाम कई मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों की भरपाई करने और वचन पत्र के अनुसार सभी किसानों की दो लाख रुपए तक की कर्जमाफी की मुख्य रूप से मांग की गई है. वहीं गेंहू का बोनस 160 रुपए देने, सभी खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य पर खरीदी की सुनिश्चित करने, आरसीईपी को किसान हित में देश मे लागू नहीं किए जाने की मांग की. साथ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियां मानसेंटोए पायोनियर के अमानक मक्का बीज की वजह से खराब हुई फसलों का निरीक्षण कर राहत देने और सम्बंधित कंपनी पर उचित कार्रवाई करने की मांग रखी है. किसानों ने पूरे जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से सभी किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने और पिछले साल की भावान्तर राशि जल्द से जल्द किसानों को देने की मांग की है.

Intro:हरदा में सोमवार को किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर किसानों ने आम किसान यूनियन के बैनर तले नार्मदीय ब्राह्मण समाज धर्मशाला के पास से मुंह पर पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला।कलेक्ट्रेट के नजदीक किसानों ने मौन जुलूस को रास्ते में रोककर कमलनाथ सरकार के द्वारा चुनाव के पहले जनता को दिए गए वचनपत्र की अर्थी कलेक्ट्रेट तक निकाली।मौनजुलूस को रास्ते मे रोककर वचन पत्र की अर्थी निकालने के दौरान बीच रास्ते मे पुलिस और किसानों के बीच कुछ देर नोकझोंक हुई।लेकिन किसान ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए सांकेतिक अर्थी निकाल कर एसडीएम एचएस सोलंकी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपकर किसानों की समस्याओं के जल्द निराकरण की मांग की।किसानों का कहना है कि चुनाव के पहले सरकार ने 10 दिनों के भीतर प्रदेश के सभी किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का वचन दिया था।जो आज तक पूरा नही हुआ है।जिसके चलते किसान बैंकों में डिफाल्टर हो रहा है।



Body:किसानों की मांगे
1.अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों का मुआवजा
2.जल्द से जल्द सम्पूर्ण जिले में नष्ट हुई फसलों का फसल कटाई प्रयोग किया जाए।
3.बहुराष्ट्रीय कंपनियां मानसेंटोए पायोनियर के अमानक मक्का बीज की वजह से खराब हुई फसलों का निरीक्षण कर तुरन्त राहत दी जाए।सम्बंधित कंपनी पर उचित कार्यवाही की जाए।
4.गेंहू का बोनस 160 रुपए तुरंत दिए जाएं।
5.संपूर्ण जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से सभी किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराया जाए।
6.पिछले वर्ष की भावन्तर राशि जल्द से जल्द किसानों को दी जाए।
7.समस्त खरीफ फसलों को समर्थन मूल्य पर खरीदी की सुनिश्चितता हो।
8.आरसी ई पी को किसान हित में देश मे लागू नही किया जाए।
9.वचनपत्र अनुसार समस्त किसानों की 2 लाख रुपए तक की कर्जमाफी तुरंत की जाए।


Conclusion:किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में कमलनाथ सरकार के वचन पत्र की सांकेतिक अर्थी निकाली।अर्थी निकालने के दौरान कुछ किसानों और पुलिस के बीच अर्थी नही निकालने की बात को लेकर नोकझोंक भी हुई लेकिन अस्क्रोषित किसनो ने अर्थी निकाल कर अपनी बात पूरी की।कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के बाहर ही एसडीएम ने किसानों की समस्याओं को सुनने के बाद ज्ञापन लिया।वही उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुचने की बात कही।निस्क बाद पुलिस जवानों ने वचनपत्र की अर्थी को जप्त किया।
बाईट-जगदीश सारन,जिला संयोजक आम किसान यूनियन
बाईट-एच एस चौधरी एसडीएम,हरदा
Last Updated : Oct 14, 2019, 8:00 PM IST
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