हरदा। सोमवार को किसानों ने आम किसान यूनियन के बैनर तले मुंह पर पट्टी बांधकर मौन जुलूस निकाला. ये जुलूस नार्मदीय ब्राह्मण समाज धर्मशाला के पास से निकाला गया. जिसके बाद चुनाव पूर्व जारी किये गये कांग्रेस के वचनपत्र की अर्थी भी निकाली.
किसानों का कहना है कि चुनाव से पहले सरकार ने 10 दिनों के भीतर प्रदेश के सभी किसानों का दो लाख रुपए तक का कर्ज माफ करने का वचन दिया था. जो आज तक पूरा नहीं हुआ है. जिसके चलते बैंक किसानों को डिफाल्टर घोषित कर दिया है.
किसानों ने निकाली कांग्रेस के वचन पत्र की अर्थी
किसानों ने पुलिस की मौजूदगी में कांग्रेस के वचन पत्र की सांकेतिक अर्थी निकाली. अर्थी निकालने के दौरान कुछ किसानों और पुलिस के बीच अर्थी नहीं निकालने की बात को लेकर नोकझोंक भी हुई. लेकिन अक्रोषित किसानों ने कलेक्ट्रेट तक अर्थी निकालकर अपनी बात पूरी की. कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट के बाहर ही एसडीएम ने किसानों की समस्याएं सुनने के बाद ज्ञापन लिया, जबकि उनकी मांगों को उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने की बात कही. जिसके बाद पुलिस जवानों ने वचन पत्र की अर्थी को जब्त कर लिया.
ये है किसानों की मांगे
किसानों ने सीएम के नाम कई मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों की भरपाई करने और वचन पत्र के अनुसार सभी किसानों की दो लाख रुपए तक की कर्जमाफी की मुख्य रूप से मांग की गई है. वहीं गेंहू का बोनस 160 रुपए देने, सभी खरीफ फसलों के समर्थन मूल्य पर खरीदी की सुनिश्चित करने, आरसीईपी को किसान हित में देश मे लागू नहीं किए जाने की मांग की. साथ ही बहुराष्ट्रीय कंपनियां मानसेंटोए पायोनियर के अमानक मक्का बीज की वजह से खराब हुई फसलों का निरीक्षण कर राहत देने और सम्बंधित कंपनी पर उचित कार्रवाई करने की मांग रखी है. किसानों ने पूरे जिले में सहकारी समितियों के माध्यम से सभी किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने और पिछले साल की भावान्तर राशि जल्द से जल्द किसानों को देने की मांग की है.