ग्वालियर। अब शहर के बदमाशों की आवाज को मैच कराने के लिए सैंपल भोपाल नहीं भेजे जाएंगे. क्योंकि ग्वालियर रीजनल फॉरेंसिक लैब में वॉइस टेस्टिंग लैब की शुरूआत की जा रही है. ये प्रदेश की दूसरी लैब होगी जहां वॉइस टेस्टिंग की जाएगी.
अब तक शहरभर के अपराधिक मामलों में फोन पर बदमाशों की धमकी की आवाज का मिलान कराने के लिए वॉइस सैंपल को भोपाल भेजा जाता था. लेकिन अब ग्वालियर रीजनल फॉरेंसिक लैब में लाखों रुपए की कीमत से एक और लैब की शुरुआत की जाएगी. इस लैब में वॉइस टेस्टिंग की जाएगी.
जून से शुरू होगी टेस्टिंग
अपराधिक मामलों में फोन पर धमकी देने या धमका कर रिश्वत मांगने जैसे केसों में आवाज को जांचने के लिए, 1 फरवरी 2021 से लैब खोली जा रही है. रीजनल फॉरेंसिक लैब में 25 लाख रुपए की लागत से नई वॉइस टेस्टिंग लैब खोली जा रही है. इस लैब में आवाजों की टेस्टिंग जून 2021 से शुरू की जाएगी.
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समय की होगी बचत
अब तक जिले भर के वॉइस सैंपल राजधानी बेचे जाते थे, जिस कारण वहां से रिपोर्ट आने में काफी समय लग जाता था. लेकिन अब जब शहर में ही टेस्टिंग शुरू हो जाएगी, तो रिपोर्ट के समय में भी फर्क पड़ेगा.