ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में दो दिन पहले गुर्जर समाज के कुछ लोगों के किए गए उपद्रव का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पुलिस ने इस मामले में सांसद, विधायक सहित 700 से अधिक लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है, लेकिन इसके बाबजूद अब लोग सोशल मीडिया पर फिर से आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. यही कारण है कि पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है. इस मामले में सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए टीम में गठित कर दी है. जो इस पर निगरानी रखेगी.
सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश: बता दें ग्वालियर में दो दिन पहले गुर्जर महाकुंभ के दौरान ज्ञापन देने पहुंचे. गुर्जर समाज के लोगों ने जमकर उत्पाद मचाया. इसके साथ ही उपद्रवियों ने जमकर एसपी कलेक्टर सहित कई अधिक अधिकारियों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की. वहीं इस पूरी घटना में लगभग दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए. घटना के बाद पुलिस ने 23 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही सांसद विधायक सहित 700 लोगों पर मामला दर्ज कर लिया है. घटना को दो दिन बीते जाने के बाद अभी भी गुर्जर समुदाय के कुछ लोग सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर दे रहे चेतावनी: सोशल मीडिया पर लगातार कुछ लोग फिर से गुर्जर आंदोलन की चेतावनी दे रहे हैं. साथ ही भड़काऊ भाषण पोस्ट कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने बताया है कि सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के लिए टीम गठित कर दी है. साथ ही जो लोग सोशल मीडिया पर माहौल बिगड़ने की कोशिश करेंगे. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चन्देल का कहना है कि "यह बहुत आपत्तिजनक है कि लोग सोशल मीडिया के माध्यम से उकसाने का काम कर रहे हैं. इस मामले में एक मामला दर्ज किया है और एक आरोपी को भी गिरफ्तार किया है."