ग्वालियर। कोरोना वायरस के डर की वजह से एक अज्ञात व्यक्ति का शव 48 घंटे से अधिक समय तक पोस्टमार्टम के लिए रखा रहा. जिसका न तो पोस्टमार्टम हुआ और न ही पुलिस ने शिनाख्त की. युवक सड़क किनारे खांसी, जुकाम से पीड़ित होकर पड़ा हुआ था जिसके बाद उसको जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई, बाद में उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है, जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
शहर के लधेड़ी स्थित मछली मंडी के पास रोड किनारे खांसी जुकाम से पीड़ित एक अज्ञात व्यक्ति को देखकर राहगीरों ने एंबुलेंस को सूचना कर दी. सूचना मिलते ही एंबुलेंस उस व्यक्ति को जयारोग्य अस्पताल के मेडिकल वार्ड में इलाज के लिए भर्ती कराया और उसका सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया. लेकिन 8 अप्रैल की देर रात इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई. वहीं अस्पताल के स्टाफ ने शव को सेनिटाइज कर पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया, जहां वह 48 घंटे तक शव पड़ा रहा.
मरीज संदिग्ध था इस कारण पोस्टमार्टम के लिए जांच रिपोर्ट का इंतजार किया गया. लेकिन उसका शव दो दिन से अधिक समय तक पोस्टमार्टम के फ्रीजर में रख दिया साथ ही कोरोना वन की पर्ची चस्पा कर दी. लेकिन शुक्रवार की शाम जब उसकी रिपोर्ट आई तो वह निगेटिव निकली, जिसके बाद पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराया, पुलिस युवक की पहचान करने में जुटी हुई है.