ग्वालियर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ग्वालियर-चंबल संभाग के दौरे पर हैं. मंत्री यहां अशोकनगर, गुना और शिवपुरी जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे. साथ ही पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनेंगे. हवाई सर्वेक्षण पर जाने से पहले केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि वे पिछले एक सप्ताह से निरंतर पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से राहत कार्यों को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
आपदा को लेकर सिंधिया ने की पीएम से बात
सिंधिया ने शनिवार को पीएम मोदी से ग्वालियर-चंबल संभाग में 40 साल बाद आई इस प्राकृतिक आपदा को लेकर चर्चा की. साथ ही राहत कार्यों की प्रगति के बारे में भी उन्हें जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस भीषण आपदा में प्रदेश की आपदा प्रबंधन की सेवाएं पर्याप्त नहीं थी. इसलिए सेना एनडीआरएफ और 6 हेलीकॉप्टर को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों को निकालने में लगाया गया.
मॉनिटरिंग सिस्टम डिवेलप करने का जिक्र
इसके अलावा सिंधिया ने बताया कि वे शनिवार और रविवार की दरमियानी रात को भी जिला प्रशासन और संभागीय अधिकारियों के संपर्क में रहे. उन्होंने अधिकारियों के साथ रात 2 बजे तक राहत कार्यों की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बिगड़े हुए मौसम को लेकर एक मॉनिटरिंग सिस्टम डिवेलप किया जाना चाहिए, जिससे किसी प्राकृतिक आपदा से लोगों को समय रहते सचेत किया जा सके और प्रशासन भी ऐसे में लोगों को सहायता कर सके.
अब तक 20 हजार लोगों का रेस्क्यू
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि स्थानीय लोगों की मदद और संसाधनों से अभी तक करीब 20,000 लोगों की जान बचाई जा सकी है. इसके साथ ही उन्होंने इस आपदा में हुए नुकसान का जल्द से जल्द आकलन कर लोगों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें कि भारी बारिश के चलते लोगों के घर, अनाज, फसल और पशुओं की भी हानि हुई है. इन सभी का आंकलन करके एक निश्चित समय सीमा में मदद पहुंचाई जाएगी.
NDRF ने सोंडा गांव के 200 लोगों को किया रेस्क्यू, देखें वीडियो
हर संभव मदद का आश्वासन
फिलहाल, प्रभावित लोगों के खाने की व्यवस्था के साथ उनके टूटे हुए घर बनाने के भी निर्देश दिए गए हैं. केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने लोगों को आश्वस्त किया है कि उनकी मदद ने किसी भी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी. इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ हैं और वह खुद राहत कार्यों की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. शनिवार और रविवार को करीब 20 ट्रक राहत सामग्री प्रभावित क्षेत्रों भेजी गई है.