ग्वालियर। 26/11 मुंबई हमले में शहीद हुए रेलवे के अधिकारी सुशील शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई, उनकी याद में मानवाधिकार विषय पर एक परिचर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें वक्ताओं ने सुशील शर्मा जैसे देशभक्त को शौर्यचक्र देने और आम लोगों के मानव अधिकार विषय पर व्याख्यान दिया.
26/11 मुंबई हमले में शहीद रेलवे के अधिकारी सुशील शर्मा को दी गई श्रद्धांजलि
मुंबई हमले में शहीद हुए रेलवे के अधिकारी सुशील शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई, उनकी याद में मानवाधिकार विषय पर एक परिचर्चा का भी आयोजन किया गया.
मुंबई हमले में शहीद को दी गई श्रद्धांजलि
ग्वालियर। 26/11 मुंबई हमले में शहीद हुए रेलवे के अधिकारी सुशील शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई, उनकी याद में मानवाधिकार विषय पर एक परिचर्चा भी आयोजित की गई, जिसमें वक्ताओं ने सुशील शर्मा जैसे देशभक्त को शौर्यचक्र देने और आम लोगों के मानव अधिकार विषय पर व्याख्यान दिया.
Intro:ग्वालियर
ग्वालियर में मंगलवार को मुंबई हमले में शहीद हुए रेलवे के अधिकारी सुशील शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई उनकी याद में मानवाधिकार विषय पर एक पर्चा परिचर्चा भी आयोजित की गई जिसमें वक्ताओं ने सुशील शर्मा जैसे देशभक्त को शौर्यचक्र देने और आम लोगों के मानव अधिकार विषय पर व्याख्यान दिए।
Body:दरअसल मुरैना के रहने वाले सुशील शर्मा मुंबई में अतिरिक्त मुख्य टिकट निरीक्षक के रूप में सीएसटी सिटी स्टेशन पर पदस्थ थे आज ही के दिन 26 नवंबर की रात 9:30 बजे पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई सीएसटी स्टेशन पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर बेकसूर लोगों की हत्या कर दी थी आतंकी हमले में के दौरान कोई ट्रेन सीएसटी स्टेशन पर ना आए इसके लिए वे जान जोखिम में डालकर रेलवे कंट्रोल रूम भागे। उन्होंने गाड़ियों को सीएसटी स्टेशन से पहले ही रुकवा दिया और वापस कंट्रोल रूम से अपने और इसी दौरान लाशों के बीच खड़ी एक बालिका पर उनकी जो रो रही थी उसे लेकर जैसे ही सुशील शर्मा वहां से भागे आतंकियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी और वे मौके पर ही शहीद हो गए।
Conclusion:11 साल पहले हुई इस घटना से पूरा परिवार सदमे में आ गया लेकिन उन्होंने अब सुशील शर्मा की शहादत को गर्व से जीना शुरु कर दिया है। लेकिन एक दर्द उन्हें अभी भी सालता रहता है उन्हें रेलवे बोर्ड ने केंद्र सरकार के पास शौर्य चक्र देने के लिए अनुशंसा भेजी थी जिस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है परिजनों ने कैट में याचिका दायर की है जो अभी लंबित है परिवार और प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि ऐसे वीर योद्धा को शौर्यचक्र से सम्मानित किया जाना चाहिए ।
बाइट आदित्य शर्मा शहीद सुशील शर्मा के बेटे
बाइट मेजर जनरल राजेंद्र सिंह
ग्वालियर में मंगलवार को मुंबई हमले में शहीद हुए रेलवे के अधिकारी सुशील शर्मा को श्रद्धांजलि दी गई उनकी याद में मानवाधिकार विषय पर एक पर्चा परिचर्चा भी आयोजित की गई जिसमें वक्ताओं ने सुशील शर्मा जैसे देशभक्त को शौर्यचक्र देने और आम लोगों के मानव अधिकार विषय पर व्याख्यान दिए।
Body:दरअसल मुरैना के रहने वाले सुशील शर्मा मुंबई में अतिरिक्त मुख्य टिकट निरीक्षक के रूप में सीएसटी सिटी स्टेशन पर पदस्थ थे आज ही के दिन 26 नवंबर की रात 9:30 बजे पाकिस्तान से आए आतंकियों ने मुंबई सीएसटी स्टेशन पर अंधाधुंध गोलियां चलाकर बेकसूर लोगों की हत्या कर दी थी आतंकी हमले में के दौरान कोई ट्रेन सीएसटी स्टेशन पर ना आए इसके लिए वे जान जोखिम में डालकर रेलवे कंट्रोल रूम भागे। उन्होंने गाड़ियों को सीएसटी स्टेशन से पहले ही रुकवा दिया और वापस कंट्रोल रूम से अपने और इसी दौरान लाशों के बीच खड़ी एक बालिका पर उनकी जो रो रही थी उसे लेकर जैसे ही सुशील शर्मा वहां से भागे आतंकियों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी और वे मौके पर ही शहीद हो गए।
Conclusion:11 साल पहले हुई इस घटना से पूरा परिवार सदमे में आ गया लेकिन उन्होंने अब सुशील शर्मा की शहादत को गर्व से जीना शुरु कर दिया है। लेकिन एक दर्द उन्हें अभी भी सालता रहता है उन्हें रेलवे बोर्ड ने केंद्र सरकार के पास शौर्य चक्र देने के लिए अनुशंसा भेजी थी जिस पर अभी तक कोई फैसला नहीं हो सका है परिजनों ने कैट में याचिका दायर की है जो अभी लंबित है परिवार और प्रबुद्ध लोगों का कहना है कि ऐसे वीर योद्धा को शौर्यचक्र से सम्मानित किया जाना चाहिए ।
बाइट आदित्य शर्मा शहीद सुशील शर्मा के बेटे
बाइट मेजर जनरल राजेंद्र सिंह