ग्वालियर। कोरोना संक्रमण की जानलेवा दूसरी लहर में पुलिसकर्मी दिन-रात प्रदेश की सड़कों पर तैनात हैं. पुलिसकर्मी आम लोगों को प्रदेश में लगाए गए कोरोना कर्फ्यू का पालन करवा रहे हैं. ऐसे में अब आम लोगों के साथ-साथ प्रदेश के प्रत्येक जिलों के पुलिसकर्मी भी इस कोरोना संक्रमण की चपेट में आने लगे है. मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कई पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से अपनी जान भी गवा चुके हैं. ग्वालियर में अब तक अधिकारियों समेत कुल 150 से अधिक पुलिस जवान कोरोना संक्रमित हुए हैं.
- ग्वालियर में रोजाना 10-15 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित
कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद प्रदेश में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया है. पुलिस सड़कों, चौराहों अस्पतालों में 24x7 तैनात है. वह बेवजह घर से निकलने वाले लोगों पर कार्रवाई कर रही है और लोगों को संक्रमण से दूर रखने के लिए बुनियादी कदम उठा रही है. लिहाजा प्रदेशभर में पिछले एक साल के भीतर हजारों पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. जानकारी के मुताबिक, ग्वालियर में रोजाना 10-15 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं. जिससे शहर की काूनन व्यवस्था पर इसका खासा असर पड़ रहा है.
- सीनियर आरक्षक की कोरोना संक्रमण से मौत
ग्वालियर में पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण फैलने के कारण अब इन लोगों में संक्रमण को लेकर डर देखने को मिल रहा है. इसके साथ ही अब सड़कों पर पहरा देने वाले कर्मियों को अपने परिवार की चिंता भी सताने लगी है. ग्वालियर में पिछले दिनों एक सीनियर आरक्षक की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो गई थी, जिसके बाद से पुलिसकर्मी दहशत में हैं.
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- ग्वालियर एसपी अमित सांघी कोरोना संक्रमित
जिले में अधिकांश फंटलाइन वर्कर्स ने कोरोना वैक्सीन लगा ली है. इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. ग्वालियर में आधे से ज्यादा ऐसे पुलिसकर्मी हैं जिनको वैक्सीन के दोनों डोज लग चुकी हैं, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिसकर्मी लगातार पॉजिटिव आ रहे हैं. हाल में ग्वालियर एसपी अमित सांघी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जबकि उनको वैक्सीन के दोनों डोज 20 दिन पहले लग चुके हैं. ऐसे में पुलिसकर्मी कैसे जनता के साथ-साथ अपनी सुरक्षा करें, यह उनके लिए परेशानी बना हुआ है.
- पुलिस के सामने कई चुनौतियां
कोरोना महामारी के इस दौर में पुलिस के सामने कई चुनौतियां हैं. शहर में ऑक्सीजन की कमी से लोगों में हाहाकार मचा है, मरीजों के परिजन अस्पतालों में ऑक्सीजन आने पर उसपर टूट पड़ रहे हैं, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी जमकर हो रही है, साथ-साथ कोरोना के इलाज में इस्तेमाल होने वाले अन्य चिकित्सा उपकरणों की कालाबाजारी पर भी उन्हें नजर रखनी है. कोरोना काल में पुलिस का काम बढ़ने से पुलिसकर्मियों को आराम तक करने का समय नहीं मिल पा रहा है.
पुलिसकर्मी कैसे इस महामारी में अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं इसके लिए कुछ सावधानियां डॉक्टरों द्वारा बताई गई हैं.
- ड्यूटी के दौरान सभी पुलिसकर्मी सोशल डिस्टेंसिग का विशेष ध्यान रखें. किसी भी अनजान व्यक्ति को बगल में खड़ा न होने दें. साथ ही आपस में पुलिसकर्मी भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
- फील्ड में रहते समय पुलिसकर्मियों को हमेशा मास्क, हैंड ग्लब्स और फेस शिल्ड अवश्य पहनना चाहिए.
- लगातार इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए मौसमी फलों का सेवन करते रहना चाहिए.
- थोड़ी सी थकान या फिर खांसी, जुकाम लगे तो तत्काल डॉक्टर के पास जाकर टेस्ट करवाएं और डॉक्टरों से इलाज लें.
- ड्यूटी से सीधे घर आ जाएं. परिवार से दूरी बना कर चले.
शहर में कोरोना से पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. पुलिसकर्मियों को मास्क और अन्य बचाव सामाग्री बांटी जा रहे हैं, जिससे कि यह जनता के रक्षक कोरोना काल में भी लोगों के लिए वरदान बनकर उभर सकें.