ग्वालियर। आंतरी थाने में पदस्थ होमगार्ड सैनिक राजू केन के बेटे की 18 साल की उम्र में दोनों किडनी खराब हो गई हैं. महंगे इलाज को करा कर होमगार्ड सैनिक आर्थिक और मानसिक रूप से बेहद परेशान हो चुका है. बेटे की जिंदगी बचाने के लिए मां ने अपनी किडनी देने को हामी भर दी है. लेकिन जिला प्रशासन की अनुमति और आर्थिक सहायता के लिए यह दंपत्ति कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे.
आंतरी थाने में पदस्थ होमगार्ड सैनिक राजू केन का बेटा अतुल सिर्फ 18 साल की उम्र में डायलिसिस कराने को मजबूर है. पिछले 2 साल से वह बीमार है. जांच कराने पर पता चला कि उसकी दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं. अपने बेटे की जिंदगी बचाने के लिए उसकी मां चंद्रावती ने अपनी किडनी बेटे को देने के लिए कलेक्टर से अनुमति मांगी है. साथ ही किडनी ट्रांसप्लांट में होने वाले महंगे खर्चे (लगभग साढे़ सात लाख रुपए) की आर्थिक मदद भी प्रशासन से मांगी है.
अतुल की मां चंद्रावती ने बताया कि बेटे के इलाज पर खर्च में यह दंपत्ति अपनी सारी जमा पूंजी खर्च कर चुके हैं. अब उन्होंने कलेक्टर से मदद गुहार लगाई है और अनुमति भी मांगी है. कलेक्टर का कहना है कि किडनी ट्रांसप्लांट की अनुमति की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, लेकिन आर्थिक मदद का प्रस्ताव शासन स्तर पर ही हल हो सकेगा प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा.