ग्वालियर। बीजेपी सांसद विवेक शेजवलकर को सीएए और एनआरसी जन जागरण अभियान के तहत मुस्लिम मंच के विरोध का सामना करना पड़ा. सांसद विवेक शेजवलकर जब जन जागरण अभियान पर निकले और दोपहर में मोती मस्जिद फूल बाग पहुंचे, जहां नमाज के बाद बीजेपी सांसद ने कुछ मुस्लिम बुद्धिजीवी और युवाओं से जुड़े शहर के सामाजिक संगठन मुस्लिम मंच के सदस्यों से सीएए और एनआरसी को लेकर चर्चा की.
विवेक शेजवलकर ने मुस्लिम मंच के सदस्यों को समझाया की सीएए कानून नागरिकता देने वाला कानून है, नागरिकता छीनने वाला नहीं. उन्होंने कहा कि देश के किसी भी नागरिक और खासकर मुस्लिमों को डरने की जरूरत नहीं है. साथ ही एनआरसी को लेकर सांसद ने कहा कि एनआरसी फिलहाल सिर्फ असम के लिए लागू किया जा रहा है, लेकिन मुस्लिम मंच के युवाओं ने सांसद शेजवलकर से सीएए कानून को लेकर मोदी सरकार की मंशा पर कई सवाल उठाए.
मुस्लिम युवाओं का कहना है कि सीएए कानून संविधान के आर्टिकल 14 का उल्लंघन है, जिसमें धर्म के आधार पर कानून बनाने की पाबंदी है साथ ही सांसद से सवाल किया कि अगर सीएए के तहत पाकिस्तान बांग्लादेश के नागरिकों को भारी तादाद में नागरिकता दी जाएगी तो देश की आबादी और बढ़ेगी, जिससे बेरोजगारी और अर्थव्यवस्था पर खासा असर पड़ेगा.
जिसका जवाब देते हुए सांसद ने कहा कि पाकिस्तान-बांग्लादेश जैसे देश में धर्म के आधार पर सताए गए अल्पसंख्यकों को भारत में नागरिकता देना पहले से ही तय है, लेकिन सीएए के तहत बाहर से आने वाले शरणार्थियों को कुछ विशेष सहूलियत देने का प्रावधान किया गया है. पर आजाद देश के मुस्लिम और नागरिकों का इससे कोई लेना-देना नहीं है ना ही मुसलमानों को इससे कोई फर्क पड़ेगा. इसी बीच संतुष्ट नहीं होने पर मंच के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी और सांसद बैरंग लौट गए।