ग्वालियर। मध्य प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरकार ने एक और बड़ा कदम उठाया है, दरअसल एक किलो वाट तक की घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली बिलों की बकाया वसूली स्थगित कर दी है. मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का बिलों को लेकर बड़ा बयान सामने आया है, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर लोगों को राहत देते हुए कहा है कि "जो लंबे-लंबे बिल थे, उन्हें हम फ्रीज कर रहे हैं, उन पर कोई सर चार्ज नहीं लगाया जाएगा. उनका पिछला बिल जीरो हो जाएगा, इसलिए जो आगे आने वाले बिल है उन बिलों को लोग भरना शुरू कर दें." इसका मतलब यह है कि 31 अगस्त 2023 तक बिजली का बकाया बिल स्थगित होगा, अगर किसी ने बिल नहीं भरा है और जो बकाया बिल है और उसे पर कोई जुर्माना या सरचार्ज नहीं लगेगा.
एक देश एक चुनाव पर बोले प्रद्युम्न: एक देश एक चुनाव कराए जाने को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि "पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को इस कमेटी का अध्यक्ष बनाया है और यह जो कमेटी फैसला देगी, उसका हम स्वागत करेंगे. निश्चित रूप से एक साथ देश में चुनाव होंगे तो यह देश के हित में होगा, जिस तरीके से देश भर में अलग-अलग समय पर चुनाव होते हैं इसके कारण करोड़ों रुपए बर्बाद होता है. जब पूरे देश में एक चुनाव होगा तो खर्चा भी काम होगा."
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जब नाच न पावे तो आंगन टेढ़ा: सिंधिया समर्थक भाजपा छोड़ने को लेकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर का कहना है कि "लोगों के व्यक्तिगत कारण हो सकते हैं, इसलिए इस पर कुछ कहना उचित नहीं है." इसके साथ ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि "जब नाच न पावें, तो आंगन टेढ़ा लगता है. ये लोग इसलिए कांग्रेस में गए हैं क्योंकि जब ये कुछ कर नहीं पाए तो अब जनता को क्या जवाब देंगे. आज के दौर में जो काम नहीं करेगा, जनता की सेवा नहीं करेगा, उसको जनता प्रसाद तो देती है."