ग्वालियर। कोरोना काल के दौरान पिछले साल सितंबर में पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में शामिल हितग्राहियों से बातचीत की थी. इन हित ग्राहियों में ग्वालियर की अर्चना शर्मा भी शामिल थीं. अर्चना ने भी इसी स्कीम के तहत 10 हजार का लोन लिया था जिससे उन्होंने चाट का ठेला खोला था, लेकिन लॉकडाउन के बाद बिगड़े हालातों और पति की बीमारी के चलते अर्चना काफी परेशान हो चुकीं थी.तब उन्होंने पीएमओ और जिला प्रशासन को पत्र लिखा. सोशल मीडिया पर भी इसकी काफी चर्चा हुई थी. अब प्रधानमंत्री कार्यालय से अर्चना के खाते में 50 हजार रुपए की मदद की राशि ट्रांसफर की गई है.
पीएम ने वर्चुअल मीटिंग में किया था अर्चना से वादा
ठीक एक साल पहले 2020 में ग्वालियर के सिटी सेंटर इलाके में चाट का ठेला लगाने वाली अर्चना शर्मा से पीएम मोदी ने वर्चुअल मीटिंग के जरिए बात की थी. अर्चना ने प्रधानमंत्री स्वनिधि रोजगार योजना से 10 हजार रुपए का लोन लिया था. इससे उन्होंने चाट का ठेला खोला था. पीएम मोदी ने अर्चना से बातचीत करते हुए उनसे वादा किया था कि आगे भी उन्हें मदद की जरूरत पड़ेगी वे उनकी मदद करेंगे. मोदी ने ग्वालियर आने पर अर्चना के ठेले पर टिक्की खाने की बात भी कही थी.
लॉकडाउन से फिर गरीबी के जाल में फंसी अर्चना
पिछले साल से कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन और इसके बाद पति की बीमारी से बिगड़े हालातों ने अर्चना को फिर से गरीबी के जाल में फंसा दिया. ठेला बंद हो चुका था और पति की बीमारी ने आर्थिक तंगी के हालात बना दिए. उन्हें पड़ोसियों से कर्ज भी लेना पड़ा. तब परेशान अर्चना ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर मदद की गुहार लगाई थी
पीएम ने निभाया वादा
हाल ही में पीएमओ से अर्चना शर्मा के पास एक फोन आया जिसमें उनके खाते में 50,000 रुपए की रकम ट्रांसफर करने की बात कही गई.अर्चना ने बताया गया कि PMO से उन्हें 50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता मिली है. यह रकम सीधे उनके खाते में ट्रांसफर की गई है. अर्चना ने मदद दिलाने के लिए ग्वालियर जिला प्रशासन का भी धन्यवाद किया है.