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एक पिज्जा की कीमत 27 हजार रुपए! जानिए कैसे एक क्लिक से हो जाता है आपका खाता खाली - ठगी का शिकार

ग्वालियर शहर में ऑनलाइन ठगी का नया मामला सामने आया है. पिज्जा डिलीवरी के बहाने एक शख्स को ठगी का शिकार बनाया गया और उसे 1 पिज्जा की कीमत 27 हजार चुकानी पड़ी. पढ़िए पूरी खबर...

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ऑनलाइन ठगी का मामला
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Published : Jan 8, 2021, 11:32 AM IST

Updated : Jan 8, 2021, 11:56 AM IST

ग्वालियर। देशभर में साइबर ठग, ठगी के नए-नए तरीके आजमा रहे हैं. इसका शिकार अधिकांश वो लोग हो रहे हैं जो अमूमन ऑनलाइन पेमेंट करते हैं और टेक सैवी भी हैं. शहर में साइबर फ्रॉड करने का नया तरीका सामने आया है, जिसमें पिज्जा डिलीवरी के बहाने एक व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाया गया. इसको लेकर ग्वालियर साइबर विभाग ने लोगों को अलर्ट रहने की चेतावनी दी है. विभाग का कहना है कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को ओपन न करें और ना ही उसमें संबंधित जानकारी शेयर करें. दरअसल,

जिले में लगातार साइबर अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. यही वजह है कि ठग अलग-अलग तरीके से साइबर अपराधों को अंजाम देने में लगे हुए हैं. लाख कोशिशों के बावजूद भी यह ठग साइबर अपराध के नए-नए तरीके खोज लेते हैं. नया मामला पिज्जा डिलीवरी के नाम पर 27 हजार रुपए की ठगी से जुड़ा है.

ऑनलाइन ठगी का मामला


ग्वालियर के डीडी नगर निवासी पीड़ित बृजराज शर्मा ने एक पिज्जा आर्डर किया था. ऑर्डर के साथ उन्होंने ऑनलाइन भुगतान भी कर दिया. 10 मिनट बाद एक अननोन नंबर से कॉल आया, जिसमें उसने खुद को पिज्जा कंपनी का कर्मचारी बताते हुए कहा कि भुगतान न होने से आपका ऑर्डर कैंसिल किया जा रहा है. इसके बाद जब ब्रजराज ने कहा कि मैंने भुगतान कर दिया है, तो उसने तकनीकी परेशानी बताकर कहा गया कि आपके द्वारा जो ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर किया गया है, वह नहीं पहुंचा है. मैं एक लिंक शेयर करता हूं. उसके बाद पिज्जा कंपनी के कर्मचारी ने कहा कि जो भुगतान किया गया है, उसकी डिटेल इस लिंक में भर दें, जिससे आपका पैसा वापस आ जाएगा.

लिंक ओपन करते ही मोबाइल में डाउनलोड होता है अननोन ऐप
बृजराज शर्मा ने मोबाइल पर आई लिंक को ओपन किया, तो उसके बाद एक अननोन एनीडेस्क के नाम से ऐप डाउनलोड हो गया. इसके बाद उनका मोबाइल अपने आप ऑपरेट होने लगा. कुछ सेकेंड में उसके खाते से 27 हजार रुपए कटने का मैसेज भी आ गया. उसके बाद साइबर ठग ने अपना मोबाइल बंद कर लिया.
अनजान व्यक्ति द्वारा दी गई लिंक को ओपन ना करें
साइबर ठगों द्वारा फ्रॉड करने वाली लिंक अलग-अलग माध्यमों से भेजी जाती है. इस लिंक को ओपन करते वक्त अननोन ऐप डाउनलोड हो जाते हैं. उसके बाद साइबर फ्रॉड करने वाले हैकर मोबाइल को हैक कर लेते हैं. इसलिए किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को कभी ना खोलें.
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ऐसे रहे सावधान
साइबर विभाग ने फ्रॉड से बचने की बताए उपाय
1. किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को ओपन ना करें.
2. साइबर ठग अलग-अलग माध्यमों से आप को गुमराह कर लिंक भेजते हैं, जिसे ओपन नहीं करना चाहिए.
3. लिंक ओपन करने के बाद कभी भी खाते से संबंधित जैसे खाता नंबर, आधार नंबर, एटीएम नंबर न डालें.

ग्वालियर। देशभर में साइबर ठग, ठगी के नए-नए तरीके आजमा रहे हैं. इसका शिकार अधिकांश वो लोग हो रहे हैं जो अमूमन ऑनलाइन पेमेंट करते हैं और टेक सैवी भी हैं. शहर में साइबर फ्रॉड करने का नया तरीका सामने आया है, जिसमें पिज्जा डिलीवरी के बहाने एक व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाया गया. इसको लेकर ग्वालियर साइबर विभाग ने लोगों को अलर्ट रहने की चेतावनी दी है. विभाग का कहना है कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को ओपन न करें और ना ही उसमें संबंधित जानकारी शेयर करें. दरअसल,

जिले में लगातार साइबर अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है. यही वजह है कि ठग अलग-अलग तरीके से साइबर अपराधों को अंजाम देने में लगे हुए हैं. लाख कोशिशों के बावजूद भी यह ठग साइबर अपराध के नए-नए तरीके खोज लेते हैं. नया मामला पिज्जा डिलीवरी के नाम पर 27 हजार रुपए की ठगी से जुड़ा है.

ऑनलाइन ठगी का मामला


ग्वालियर के डीडी नगर निवासी पीड़ित बृजराज शर्मा ने एक पिज्जा आर्डर किया था. ऑर्डर के साथ उन्होंने ऑनलाइन भुगतान भी कर दिया. 10 मिनट बाद एक अननोन नंबर से कॉल आया, जिसमें उसने खुद को पिज्जा कंपनी का कर्मचारी बताते हुए कहा कि भुगतान न होने से आपका ऑर्डर कैंसिल किया जा रहा है. इसके बाद जब ब्रजराज ने कहा कि मैंने भुगतान कर दिया है, तो उसने तकनीकी परेशानी बताकर कहा गया कि आपके द्वारा जो ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर किया गया है, वह नहीं पहुंचा है. मैं एक लिंक शेयर करता हूं. उसके बाद पिज्जा कंपनी के कर्मचारी ने कहा कि जो भुगतान किया गया है, उसकी डिटेल इस लिंक में भर दें, जिससे आपका पैसा वापस आ जाएगा.

लिंक ओपन करते ही मोबाइल में डाउनलोड होता है अननोन ऐप
बृजराज शर्मा ने मोबाइल पर आई लिंक को ओपन किया, तो उसके बाद एक अननोन एनीडेस्क के नाम से ऐप डाउनलोड हो गया. इसके बाद उनका मोबाइल अपने आप ऑपरेट होने लगा. कुछ सेकेंड में उसके खाते से 27 हजार रुपए कटने का मैसेज भी आ गया. उसके बाद साइबर ठग ने अपना मोबाइल बंद कर लिया.
अनजान व्यक्ति द्वारा दी गई लिंक को ओपन ना करें
साइबर ठगों द्वारा फ्रॉड करने वाली लिंक अलग-अलग माध्यमों से भेजी जाती है. इस लिंक को ओपन करते वक्त अननोन ऐप डाउनलोड हो जाते हैं. उसके बाद साइबर फ्रॉड करने वाले हैकर मोबाइल को हैक कर लेते हैं. इसलिए किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को कभी ना खोलें.
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ऐसे रहे सावधान
साइबर विभाग ने फ्रॉड से बचने की बताए उपाय
1. किसी भी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को ओपन ना करें.
2. साइबर ठग अलग-अलग माध्यमों से आप को गुमराह कर लिंक भेजते हैं, जिसे ओपन नहीं करना चाहिए.
3. लिंक ओपन करने के बाद कभी भी खाते से संबंधित जैसे खाता नंबर, आधार नंबर, एटीएम नंबर न डालें.
Last Updated : Jan 8, 2021, 11:56 AM IST
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