ग्वालियर : चंबल अंचल में लंबे अरसे तक सक्रिय रही करीब सवा सौ से ज्यादा चिटफंड कंपनियों के निवेशकों को उनका पैसा वापस दिलाने के लिए पुलिस और जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की जानकारी भी इकट्ठा की जा रही है. गौरतलब है कि ग्वालियर में करीब पांच हजार निवेशकों का पैसा विभिन्न चिटफंड कंपनियों में अटका हुआ है जो मैच्योरिटी के बाद भी निवेशकों को नहीं मिल पा रहा है.
कोर्ट में नीलाम करने की गुहार
पूरी संपत्ति की जानकारी सामने आने के बाद कोर्ट में इन्हें नीलाम करने की गुहार प्रशासन लगाएगा. फिर इन संपत्तियों को नीलाम किया जाएगा. ग्वालियर पुलिस और प्रशासनिक टीम ने पूरा होमवर्क इसे लेकर कर लिया है. एसपी अमित सांघी ने ठगे गए लोगों को उनका पैसा वापस दिलाने के लिए डीएसपी ट्रैफिक विजय भदौरिया को नोडल ऑफिसर बनाया है, जिन निवेशकों ने अपनी पूंजी कंपनियों में लगाई है, वह सालों से पैसों के लिए चक्कर काट रहे हैं, लेकिन इन्हें पैसा नहीं मिला.
कंपनियों की संपत्ति नीलाम करने का फैसला
अब कंपनियों की संपत्ति नीलाम करने का निर्णय प्रशासनिक अफसरों की सहमति से लिया गया है. इन संपत्तियों को नीलाम कर जो पैसा मिलेगा वह निवेशकों को दिया जाएगा. अभी तक की जानकारी के मुताबिक ऐसे 5000 निवेशक हैं, इसकी जानकारी आना बाकी है. अभी तक जो जानकारी आई है, उसके मुताबिक 5 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति इन कंपनियों की है. 128 कंपनियों के 80 में से 50 चिटफंडी ही पकड़े गए. डीएसपी विजय भदौरिया ने बताया कि 128 चिटफंड कंपनियों के 80 संचालकों पर एफआईआर दर्ज है. अभी तक 50 ही पकड़े गए हैं. इन पर इनाम है और इन्हें गिरफ्तार करने के लिए अभियान भी चलाया जा रहा है.