ग्वालियर। चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल परिसर में लगे ऑक्सीजन प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था में कई खामियां मिली हैं. इस ऑक्सीजन प्लांट के जरिए ग्वालियर के सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और जेएएच अस्पताल के मरीजों को ऑक्सीजन सप्लाई की जाती है, लेकिन यहां ऑक्सीजन सप्लाई टैंक की देखरेख भगवान भरोसे है.
- ऑक्सीजन सप्लाई टैंक के आसपास घुम रहे आवारा जानवर
दरअसल, ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल परिसर के पीछे ऑक्सीजन सप्लाई टैंक लगा हुआ है. ऑक्सीजन सप्लाई टैंक के चारों तरफ बैरिकेड लगाए गए हैं, लेकिन इसका मुख्य रास्ता खुला रहता है. इस वजह से ऑक्सीजन सप्लाई टैंक के आसपास आवारा जानवर भी पहुंच जा रहे हैं और इससे ऑक्सीजन प्लांट की सुरक्षा पर खतरा बना हुआ है. अस्पताल प्रशासन की इस लापरवाही को लेकर जब ईटीवी भारत ने पड़ताल की तो पाया कि ऑक्सीजन सप्लाई टैंक की चारों तरफ की बाउंड्री तो थी लेकिन मुख्य गेट खुला हुआ था और ऑक्सीजन सप्लाई टैंक के पास कोई भी सुरक्षाकर्मी/कर्मचारी मौजूद नहीं था.
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- ग्वालियर में बढ़ता ऑक्सीजन संकट
ग्वालियर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही ऑक्सीजन का संकट बढ़ गया है. शहर में बीते मंगलवार को ऑक्सीजन के 2 टैंकर आने का इंतजार हो रहा था , लेकिन यह ऑक्सीजन के छोटे टैंकर थे. वहीं, जेएएच के लिए 15 टन ऑक्सीजन का टैंकर अनलोड कराया गया है, जो कि सुपर स्पेशियलिटी के मरीजों के लिए सिर्फ 2 दिन का कोटा है.