ग्वालियर। होनहार राष्ट्रीय स्तर के हॉकी खिलाड़ी अनिकेत वरुण की मौत के बाद पूरा परिवार गमगीन है. अनिकेत अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. अनिकेत की मौत के बाद पूरे मोहल्ले में मातम पसरा हुआ है. वहीं खेल प्रेमियों में भी इस हादसे के बाद शौक की लहर है. इटारसी से होशंगाबाद लौटते समय आज तड़के हुए सड़क हादसे में अनिकेत की मौत हो गई, जबकि ग्वालियर के ही अक्षय अवस्थी गंभीर रूप से इस हादसे में घायल हुए हैं.
ग्वालियर के न्यू रेलवे कॉलोनी में रहने वाले अनिकेत वरुण को बचपन से ही हॉकी खेलने का शौक था. उनके पिता राजकुमार वरुण पेशे से वकील हैं और मां मीना पुलिस में एएसआई हैं. परिवार ने अनिकेत के रुझान को देखते हुए उसे हॉकी खेलने के लिए हरसंभव माहौल उपलब्ध कराया था. माता-पिता को उम्मीद थी कि बेटा खेल में अव्वल निकल जाएगा और परिवार का नाम रोशन करेगा.
अनिकेत स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली चला गया. दो साल तक दिल्ली शाही अकादमी में रहते हुए खूब मेहनत की और कई अंतरराज्यीय टूर्नामेंट में भाग लिया. चार महीने पहले ही उसका भोपाल हॉकी अकादमी में सेलेक्शन हुआ था, तभी से वह भोपाल के हॉकी हॉस्टल में रहने आ गया था. अपने कुछ मित्रों के साथ इटारसी से वापस होशंगाबाद कार से लौट रहा था. लौटते वक्त कार पहले बोलेरो और बाद में पेड़ से टकरा गई. हादसे में अनिकेत सहित राष्ट्रीय स्तर के 4 खिलाड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए.
जैसे ही हादसे की खबर लगी वह भोपाल के लिए रवाना हो गए जबकि मां भी अशोक नगर से सीधे भोपाल के लिए रवाना हो गई. न्यू रेलवे कॉलोनी में अनिकेत के घर में लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है. पड़ोसियों का कहना है कि अनिकेत सिर्फ अपने खेल से मतलब रखता था. परिवार का इकलौता चिराग बुझ गया है. वहीं अनिकेत के कोच दिलशाद खान का कहना है कि अनिकेत बहुत अच्छा प्लेयर था और वह कुछ समय के बाद नेशनल टीम में आने ही वाला था.