ग्वालियर। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज चंबल दौरा है. संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम बड़े किसान नेता केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र दिमनी में विशाल महापंचायत का आयोजन कर रहे हैं. इसी बीच किसान नेता योगेंद्र यादव भी पंचायत में शामिल होने की पहुंचे हैं. इस दौरान चर्चित किसान नेता योगेंद्र यादव ने ईटीवी भारत के संवाददाता अनिल गौर से बातचीत की. जहां उन्होंने कई मुद्दों पर अपना बयान दिया.
किसान नेता का तोमर पर आरोप: किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह दिमनी से चुनाव लड़ रहे हैं. ये वही तोमर हैं, जिन्होंने किसानों के खिलाफ तीन काले कानून बनवाए. संसद में पिछले दरवाजे से चोर दरवाजे से पास करवाया. किसानों की आवाज नहीं सुनी, किसानों का दमन करवाया. किसानों को न जाने क्या कुछ बातें कहलवाई. उन्हें आतंकवादी, खालिस्तानी, पाकिस्तानी क्या-क्या नहीं कहा गया. योगेंद्र यादव ने कहा कि 13 महीने तक किसान पड़े रहे, उनके बारे में कोई सुध नहीं ली. फिर किसानों से लिखकर जो वादा लिया, उसका इन लोगों ने उल्लंघन किया.
केंद्रीय मंत्री को सबक सिखाना जरूरी: किसान नेता ने कहा कि हम किसानों की तरफ से अपील लेकर आए हैं कि नरेंद्र सिंह तोमर को सबक सिखाया जाए और चुनाव में हराया जाए. ताकि आगे से किसी मंत्री या नेता की यह हिम्मत ना हो कि किसानों के साथ धोखा करके और फिर किसानों के वोट लेने का प्रयास कर सके. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन सफल हुआ. प्रधानमंत्री को बैकफुट पर जाना पड़ा, लेकिन उसके आगे हमारी मांग थी कि किसानों को फसल का दाम मिले. सरकार ने कहा था कि कमेटी बनाकर उसको सुनिश्चित करें, कुछ नहीं हुआ. सरकार ने लिख के वादा किया था कि बिल हमसे पूछे बिना संसद में इंट्रोड्यूस नहीं किया जाएगा लेकिन हमसे पूछे बिना इंट्रोड्यूस कर दिया गया. उन्होंने कहा कि किसानों पर हमले बदस्तूर जारी है.
राम और रावण चुनावी मुद्दा नहीं: वहीं मध्य प्रदेश में राम मंदिर पर चल रही सियासत को लेकर उन्होंने कहा मेरे लिए न रामजी का मुद्दा है और ना रावण मुद्दा है. चुनाव इसका मुद्दा नहीं है. जिसको जिनकी पूजा करनी है वह करे. जो लोग राजनीति को इसका आधार बनाते हैं, वे लोग देश में राजनीति को नष्ट करने का काम कर रहे हैं और मैं समझता हूं कि हमें इससे बचना चाहिए. साथ ही योगेंद्र यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी जब यहां आए, तो एक ही प्रश्न पूछा जाए, आप कहते हैं कि किसानों की आय दोगनी होने वाली है, 6 साल पूरे हो गये. किसानों की आय कितनी दोगनी हुई है?