ग्वालियर। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते महाराष्ट्र के बाद अब छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी बसों के प्रदेश में आने-जाने पर रोक लगा दी गई है. छत्तीसगढ़ में कोरोना की भयावह हालात को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के बीच अंतर राज्य बस परिवहन सेवा (Inter state bus transport service) 15 अप्रैल तक रहेगी. इस संबंध में मध्य प्रदेश परिवहन आयुक्त (Madhya Pradesh Transport Commissioner) ने आदेश जारी कर दिए हैं.
CG में बढ़ते संक्रमण के चलते परिवहन विभाग ने लिया फैसला
महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार तेजी से बढ़ रहे हैं. यही वजह है कि मध्य प्रदेश सरकार ने छत्तीसगढ़ से आने वाली सभी लोगों के लिए टेस्ट अनिवार्य कर दिया है और अब सरकार ने निर्णय लिया है कि छत्तीसगढ़ से मध्य प्रदेश में आने और जाने वाली सभी बसों को पर प्रतिबंध लगा दिया है. क्योंकि लगातार मध्य प्रदेश के उन जिलों में कोरोना संक्रमण की संख्या बढ़ रही है, जहां पर छत्तीसगढ़ की सीमा से सटे यह जिले हैं.
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मध्य प्रदेश सरकार पहले महाराष्ट्र की बसों पर भी लगा दी है रोक
छत्तीसगढ़ से पहले सरकार ने महाराष्ट्र की बस सेवा पर पहले ही रोक लगा चुकी है. क्योंकि लगातार महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण की संख्या तेजी से बढ़ रही है. महाराष्ट्र की सीमा से सटे मध्य प्रदेश के जिले जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट और महाराष्ट्र में लगभग 70 बसों का संचालन एक महीने के लिए बंद कर दिया है. छत्तीसगढ़ से सटे मध्य प्रदेश के जिले जबलपुर, छिंदवाड़ा, शहडोल, सिंगरौली, सीधी, डिंडोरी, मंडला, कटनी, रीवा, सतना और सिंगरौली सहित राज्यों में लगभग 150 से अधिक बसें संचालित होती है जो बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग और भलाई के लिए जाती है, दोनों राज्यों के बीच में रोज लगभग 10,000 से अधिक लोग यात्रा करते हैं.