ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल इन दिनों सियासी युद्ध का मैदान बना हुआ है. उपचुनाव के चलते क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस दोनों दल ही जनता को अपनी तरफ रिझाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. लिहाजा दोनों ही दल के नेता एक दूसरे पर जुबानी तीर छोड़ रहे हैं. इसी कड़ी में ग्वालियर विधानसभा क्षेत्र में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक प्राइवेट कंपनी है. इस कंपनी में मुख्यमंत्री होगा तो छिंदवाड़ा से, प्रदेश अध्यक्ष होगा तो छिंदवाड़ा से और अगर विपक्ष का नेता भी होगा तो वो भी छिंदवाड़ा से ही होगा. छिंदवाड़ा के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री ने किसी और अंचल के विकास के बारे में नहीं सोचा इसलिए हमें पार्टी छोड़नी पड़ी.
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जब घर में किसी की भी नहीं सुनी जाती है तभी वो घर से पलायन करता है. पूर्व सीएम कमलनाथ ने ग्वालियर चंबल-अंचल के विकास का पैसा सिर्फ छिंदवाड़ा में लगाया है. यहां के हक को छीनकर छिंदवाड़ा ले गए और इससे गंभीर क्या हो सकता है कि क्षेत्र में बायपास सर्जरी के लिए 2 करोड़ रूपए की जरूरत थी, लेकिन उन्होंने मदद नहीं की. मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि वे छिंदवाड़ा के विकास के विरोधी नहीं है. लेकिन किसी क्षेत्र के साथ भेदभाव करना भी सही नहीं है.
ये तमाम बातें कैबिनेट मंत्री ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहीं हैं. इस दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री जयंत मलैया समेत कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे. लेकिन इस कार्यक्रम में शिवराज सरकार के मंत्री सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गए. जबकि सीएम शिवराज सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया कोरोना की चपेट में आ गए हैं. इन बीजेपी नेताओं ने इन तमाम स्थितियों को नजर अंदाज कर दिया.