ग्वालियर। दूसरे राज्यों से आकर वारदात करने वाले इंटरस्टेट अपराधी और मादक पदार्थों की तस्करी को रोकने के लिए एक बार फिर ग्वालियर पुलिस ने राजस्थान और उत्तर प्रदेश की पुलिस के साथ बॉर्डर मीटिंग की है.
बैठक में उत्तर प्रदेश के आगरा, झांसी, ललितपुर और राजस्थान के धौलपुर, भरतपुर, बाड़ी के पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. इस बॉर्डर मीटिंग में अवैध उत्खनन मानक पदार्थ और अवैध हथियारों के तस्करों की जानकारी साझा की गई. साथ ही मध्यप्रदेश में अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए कई बिंदुओं पर रणनीति बनाई गई.
खास बात यह है कि इस रणनीति में मध्यप्रदेश पुलिस के साथ-साथ उत्तर प्रदेश और राजस्थान की पुलिस ने भी अपनी हिस्सेदारी की है. चंबल नदी के साथ संयुक्त रूप से पेट्रोलिंग की रणनीति बनी हुई है, जिसमें चंबल नदी में भिंड पुलिस जब अवैध उत्खनन पर कार्रवाई करेगी तो उसके साथ उत्तर प्रदेश की इटावा पुलिस भी रहेगी.
ऐसे ही मुरैना जिले के साथ राजस्थान की पुलिस की संयुक्त कार्रवाई करेगी. तो वहीं दतिया जिले के साथ उत्तर प्रदेश की झांसी पुलिस साथ रहेगी. इसके साथ ही सभी जिले के एसपी ऑफिस में एक इंटरस्टेट सेल स्थापित होगा जिसमें एक दूसरे के जिले के अपराधियों का डाटा शेयर किया जाएगा. मीटिंग में करीब 19 सौ से ज्यादा अपराधियों का डाटा शेयर किया गया है, जिसमें खनन माफिया भी शामिल हैं.