ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में भी 1 मई से 18 साल की उम्र पूरी कर चुके लोगों का वैक्सीनेशन किया जाएगा. विश्वविद्यालय की कुलपति संगीता शुक्ला ने अपील की है कि इस संकट के समय हमें वैक्सीनेशन को ज्यादा से ज्यादा प्रमोट करना चाहिए और लोगों को भी इसके लिए आगे आना चाहिए, क्योंकि वैक्सीनेशन से हम खुद तो बच ही सकते हैं, साथ ही हमारे आसपास रहने वाले लोग और समाज को भी स्वस्थ रखने में हम महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं.
पंजीकृत लोगों से अधिक संख्या में वैक्सीनेशन की अपील
उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों में वैक्सीनेशन को लेकर इतनी जागरुकता है कि वहां 60 से 90 फीसदी तक वैक्सीनेशन हो चुका है. यही कारण है कि यूरोपियन कंट्री के ज्यादातर देश कोरोना वायरस के संकट से बाहर आ चुके हैं. इसमें अमेरिका, इजराइल, इंग्लैंड और कई अन्य देश भी शामिल हैं. दरअसल, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐलान किया था कि 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को वैक्सीनेशन किया जाएगा. इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है. जीवाजी विश्वविद्यालय में भी पंजीकृत लोगों से अधिक से अधिक संख्या में वैक्सीनेशन की अपील की है.
संगीता शुक्ला ने छात्रों से की खास अपील
दरअसल, 1 मई से वैक्सीनेशन अभियान अनवरत रूप से चलाया जाएगा.संगीता शुक्ला का कहना है कि युवा वर्ग को कालेज कैंपस सहित अन्य परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण भागीदारी करना होती है. इसलिए युवा वर्ग की ज्यादा जिम्मेदारी है कि वह वैक्सीनेशन कराकर माहौल को अपने अनुकूल बनाएं. प्रोफेसर संगीता शुक्ला का कहना है कि विश्व विद्यालय की नियमित क्लास और अन्य गतिविधियां छात्रों के पूरी तरह से वैक्सीनेशन के बाद ही फिर से संचालित हो सकती हैं. इसलिए छात्र अपना अपने परिवार एवं अपने आसपास रहने वाले और विश्वविद्यालय परिसर के लिए भी वैक्सीनेशन के कार्यक्रम में आगे आकर इसे बढ़ावा दें. उन्होंने यह भी कहा कि इस वैक्सीनेशन का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है.